Edited By Yaspal,Updated: 12 Sep, 2019 06:00 PM
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर देश में आर्थिक मंदी के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए गुरूवार को कहा कि वह इससे निपटने के बजाय जनादेश का दुरूपयोग कर बदले की राजनीति में लगी...
नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर देश में आर्थिक मंदी के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए गुरूवार को कहा कि वह इससे निपटने के बजाय जनादेश का दुरूपयोग कर बदले की राजनीति में लगी है और ऐसे में पार्टी को जनहित के मुद्दों को लेकर सड़कों पर आंदोलन का ठोस एजेन्डा तैयार करना होगा।
गांधी ने यहां कांग्रेस महासचिवों , प्रदेश प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा विधायक दलों के नेताओं की बैठक में अपने संबोधन में इसके अलावा पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं से तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में खोये जनाधार को वापस लाने के लिए हमें केवल पार्टी हित को सर्वोपरि रखना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश इस समय लंबी आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है, दिन प्रतिदिन रोजगार खत्म हो रहे हैं, निवेशकों का विश्वास डगमगा रहा है और सरकार को कुछ सूझ नहीं रहा है और वह इनके प्रति असंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हाल ही में आर्थिक स्थिति की हकीकत बयां कर चुके हैं। बैठक में डा सिंह भी मौजूद थे।
गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में बदले की राजनीति चरम पर है और सरकार के खिलाफ बोलने वालों को डराया धमकाया जा रहा है। असहमति की आवाज को दबाया जा रहा है और सभी संस्थानों को कमजोर किया जा रहा है।