Edited By shukdev,Updated: 08 Nov, 2019 10:16 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कहा कि एसपीजी सुरक्षा खुफिया एजेंसियों के खतरा संबंधी आकलन के आधार पर दी जाती है न कि पहले की तरह दस जनपथ की मर्जी पर। दस जनपथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का निवास स्थान है। गांधी परिवार पर कई मौकों पर...
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कहा कि एसपीजी सुरक्षा खुफिया एजेंसियों के खतरा संबंधी आकलन के आधार पर दी जाती है न कि पहले की तरह दस जनपथ की मर्जी पर। दस जनपथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का निवास स्थान है। गांधी परिवार पर कई मौकों पर सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सवाल दागा कि अब कांग्रेस क्यों चिल्ला रही है। भाजपा सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल, बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा को हटाकर उसकी जगह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने के सरकार के फैसले की कांग्रेस द्वारा आलोचना किए जाने का जवाब दे रही थी। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निजी बदले की भावना और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिवार- गांधी परिवार के लोगों की जिंदगी खतरे में डालने का आरोप लगाया।
भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष ने कहा कि सुरक्षा बढ़ाना या घटाना एक प्रशासनिक मामला है। उन्होंने कहा,‘ एसपीजी या जेड प्लस सुरक्षा, खतरे के बारे में खुफिया एजेंसियों द्वारा किए जाने वाले आकलन से तय होती है न कि पहले की तरह दस जनपथ से तय होती है। राहुल गांधी ने 300 से अधिक बार सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया तो अब क्यों वे चिल्ला रहे हैं?' गांधी परिवार के ये सदस्य 28 सालों में पहली बार बिना एसपीजी सुरक्षा के होंगे। एसपीजी अधिनियम, 1988 में सितंबर, 1991 में संशोधन के बाद उन्हें अतिविशिष्ट सुरक्षा सूची में शामिल किया गया था। राजीव गांधी की लिट्टे आतंकवादियों ने 21 मई, 1991 को हत्या कर दी थी। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार सीआरपीएफ की जेड प्लस सुरक्षा के तहत उन्हें उनके घर पर और यात्रा के दौरान गार्ड्स के अलावा सीआरपीएफ के कमांडो उनकी सुरक्षा करेंगे।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सीआरपीएफ की जेड प्लस सुरक्षा भी सर्वोच्च सुरक्षा है और यह केंद्रीय मंत्रियों एवं पूर्व प्रधानमंत्रियों को प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने अतीत में एसपीजी सुरक्षा का उल्लंघन किया और कमांडों के साथ सहयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस को सीआरपीएफ जवानों पर विश्वास रखना चाहिए। सरकारी सूत्रों ने कहा कि गांधी ने पिछले कुछ सालों के दौरान सैंकड़ों मौकों पर बुलेट निरोधक वाहनों का इस्तेमाल नहीं किया और अपनी ज्यादातर यात्राओं के दौरान एसपीजी कमांडो को साथ नहीं ले गए। गांधी परिवार के तीन सदस्यों द्वारा एसपीजी के साथ कथित असहयोग का ब्योरा देते हुए एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति का ऐसा रवैया बल के कर्मियों के कामकाज में बाधा पहुंचाता है।