Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Aug, 2019 12:09 PM
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की सुरक्षा वापिस ले ली गई है। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्रालय में सुरक्षा समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है। एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद मनमोहन सिंह को जेड प्लस की...
नई दिल्लीः सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्राप्त एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे सिंह को ‘जेड प्लस' सुरक्षा मिलती रहेगी। एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का फैसला विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समीक्षा किए जाने के बाद लिया गया है। ‘जेड प्लस' सुरक्षा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) द्वारा दी जाने वाली उच्चतम सुरक्षाओं में से एक है।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान सुरक्षा कवर समीक्षा खतरे की आशंका पर आधारित एक आवधिक और पेशेवर अभ्यास है जो विशुद्ध रूप से सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पेशेवर मूल्यांकन किए जाने पर आधारित है। डॉक्टर मनमोहन सिंह को ‘जेड प्लस' सुरक्षा मिलती रहेगी। विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा वापस लेने का निर्णय कैबिनेट सचिवालय और गृह मंत्रालय की विभिन्न खुफिया एजेंसियों से मिली सूचनाओं के आधार सहित तीन महीने तक समीक्षा किए जाने के बाद लिया गया। मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद अब यह सुरक्षा कवर केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी को ही प्राप्त है। गौरतलब है कि मनमोहन सिंह की बेटी भी एसपीजी सुरक्षा के लिए योग्य हैं लेकिन उन्होंने 2014 में इसे स्वेच्छा से छोड़ दिया था।
बता दें कि मनमोहन सिंह ने 23 अगस्त को राज्यसभा के सदस्य के रूप में छठी बार शपथ ली। सिंह राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य पुन: चुने गए हैं। उनका निर्वाचन निर्विरोध हुआ है क्योंकि भाजपा ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। भाजपा के राज्यसभा सदस्य मदनलाल सैनी के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी जिसके बाद यह सीट प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास चली गई है। सिंह का ऊपरी सदन में कार्यकाल इस साल 14 जून को समाप्त हो गया था।