Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Oct, 2018 09:18 AM
ए.बी.पी. न्यूज-सी वोटर के ताजा सर्वे के मुताबिक पी.एम. के रूप में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता अभी भी बरकरार है और 60 प्रतिशत लोग अभी भी उन्हें पी.एम. पद के लिए अपनी पहली पसंद मान रहे हैं। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की...
नई दिल्ली: ए.बी.पी. न्यूज-सी वोटर के ताजा सर्वे के मुताबिक पी.एम. के रूप में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता अभी भी बरकरार है और 60 प्रतिशत लोग अभी भी उन्हें पी.एम. पद के लिए अपनी पहली पसंद मान रहे हैं। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की लोकप्रियता में भी इजाफा हुआ है और 34 प्रतिशत लोग उन्हें पसंद कर रहे हैं। अलबत्ता गठबंधन की संभावनाएं देखते हुए एन.डी.ए. की सीटें कम होती नजर आ रही हैं। खासतौर से यू.पी. में सपा-बसपा गठजोड़ भाजपा को नुक्सान पहुंचा रहा है। सर्वे के मुताबिक, एन.डी.ए. को 38 प्रतिशत वोट, यू.पी.ए. को 25 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं।
अभी लोकसभा चुनाव हुए तो एन.डी.ए. को 276, यू.पी.ए. को 112 और अन्य को 155 सीटें मिल सकती हैं। यानी एक बार फिर एन.डी.ए. की सरकार पूर्ण बहुमत से बन सकती है लेकिन 2014 के मुकाबले सीटें कम होती नजर आ रही हैं। सबसे अहम यह है कि एन.डी.ए. में भाजपा को 248 सीटें और सहयोगी दलों को 28 सीटें मिल सकती हैं। यूपीए में कांग्रेस को 80 और सहयोगी दलों को 32 सीटें मिल सकती हैं। यू.पी. इसमें सबसे महत्वपूर्ण है।
सर्वे के अनुसार, बसपा अकेले लड़ी तो भाजपा की 80 में से 70 सीटें आएंगी। अगर सपा, बसपा व कांग्रेस गठबंधन हो गया तो भाजपा केवल 24 तक ही सिमट जाएगी। ऐसे में महागठबंधन को 56 सीटें मिलेंगी। अगर कांग्रेस इससे अलग लड़ी तो भाजपा को 36, सपा-बसपा को 42 व कांग्रेस को 2 सीटें मिलेंगी। पर अगर यू.पी. में मायावती अकेले लड़ीं और तेलंगाना में टी.आर.एस. एन.डी.ए. के साथ लड़ी तो एन.डी.ए. को 331 सीटें, यू.पी.ए. को 100 सीटें और अन्य को 112 सीटें मिल सकती हैं। ऐसे में एक बार फिर मोदी सरकार भारी बहुमत के साथ आ सकती है।