Edited By Yaspal,Updated: 08 Aug, 2018 11:34 PM
भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की पिछली सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी तथा उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने फ्रांस सरकार से लड़ाकू विमान राफेल के सौदे पर सवाल उठाते हुये तीन महीने के भीतर इसका...
नई दिल्लीः कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ‘गौरक्षा के नाम पर हिंसा’ और ‘बढ़ती असहिष्णुता’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर आज उन पर निशाना साधा और कहा कि राष्ट्रवाद के नाम पर ‘हिंदू राष्ट्र परियोजना’ को आगे बढ़ाया जाना मूलभूत रूप से भारत के अतीत और उसके संवैधानिक मूल्यों के साथ विश्वासघात होगा।
थरूर ने आरोप लगाया कि लोगों को अग्निपरीक्षा से गुजारा जा रहा है और जो ‘भारत माता की जय’ कहने पर सहमत नहीं होते हैं (ऐसा सरकार की शह पर कराया जाता है) उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘वे सहिष्णुता के मुख्य हिंदू मूल्य को धता बता रहे हैं जिसने हमें इस देश में साढ़े छह दशक तक सांप्रदायिक सछ्वाव दिया। उन्होंने ऐसा राष्ट्रवाद के नाम पर किया है जो अपने आप में देशभक्ति से परे है।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हिंदू राष्ट्र परियोजना मूलभूत रूप से भारत के अतीत के साथ विश्वासघात होगी, यह हमारे देश के संवैधानिक मूल्यों के साथ मूलभूत रूप से विश्वासघात होगी।’’ वह यहां शिहाब थंगल स्मृति व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने थंगल को केरल में हिंदू और मुस्लिम एकता के पीछे की ताकत बताया।