न्यायपालिका में है महिलाओं की कमी: गोयल

Edited By ,Updated: 11 Sep, 2016 11:32 PM

the lack of women in the judiciary

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि कॉलेजियम को न्याय प्रणाली में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व ...

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि कॉलेजियम को न्याय प्रणाली में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व की आेर ध्यान देना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एके सीकरी ने भी इस मुद्दे पर चिंता जाहिर की। गोयल ने यह मुद्दा एेेसे समय में उठाया है जब उच्च न्यायपालिका न्यायाधीशों की कमी के संकट से जूझ रही है।
 
गोयल ने रियो आेलंपिक में महिला खिलाडिय़ों की हाल की उपलब्धियों समेत केंद्र सरकार की ‘बेटी बचाआे, बेटी पढ़ाआे’ जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए उच्च न्यायपालिका में महिलाओं की कमी का मुद्दा उठाया। भारतीय न्यायपालिका में महिलाओं की कमी के गोयल द्वारा उठाए गए मुद्दे का न्यायमूर्ति सीकरी ने भी समर्थन किया।
 
हर क्षेत्र में महिलाएं निभा रहीं अहम भूमिका: न्यायमूर्ति
वे यहां प्रतिभा एम सिंह कैंब्रिज एलएलएम स्कॉलरशिप से जुड़े एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आए थे। एके न्यायमूर्ति सीकरी ने कहा कि दुनिया बदल रही है। लगभग हर क्षेत्र में महिलाएं अहम भूमिका निभा रही हैं। न्यायपालिका में भी पहले के मुकाबले महिलाओं का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर हुआ है। अगले 15-20 साल में हम उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय मेंं और ज्यादा संख्या में महिला न्यायाधीशों को देंगे।

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