Edited By vasudha,Updated: 20 Apr, 2018 08:00 PM
कहते हैं कि हुनर और कामयाबी उम्र की मोहताज नहीं होती। कुछ बच्चे बचपन से ही असाधारण प्रतिभा के धनी होते हैं। वह कुछ ऐसी उपलब्धियां हासिल करके दिखाते हैं जो उन्हें बना देता है आम से खास...
नेशनल डेस्क: कहते हैं कि हुनर और कामयाबी उम्र की मोहताज नहीं होती। कुछ बच्चे बचपन से ही असाधारण प्रतिभा के धनी होते हैं। वह कुछ ऐसी उपलब्धियां हासिल करके दिखाते हैं जो उन्हें बना देता है आम से खास। ऐसा ही कुछ कर दिखया 12 साल के आदित्य ने जो आज अपने होनर के कारण एक ऑनलाइन कंपनी का मालिक बन गया है। जबलपुर का रहने वाला आदित्य 82 ऐप बना चुका है वह 9 साल की उम्र से ऐप डेवलप कर रहा है। यही नहीं वह जावा लैंग्वेज की ऑनलाइन ट्यूशन दे रहा है।
जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 8वीं में पढ़ने वाला आदित्य जब 9 साल का था तब उसने लैपटॉप पर खेलते वक्त नोटपैड प्लस-प्लस सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया। इस नोटपैड पर टाइप करते समय कुछ एरर आ गया। जिसके बाद उसे सेटिंग पर जावा लैंग्वेज दिखी। इसके बारे में जानने के लिए उसने सर्च किया और आज वह इस लैंग्वेज में एक्सपर्ट बन गया। वह गूगल प्ले स्टोर में अपने बनाये हुए एप को लेकर चर्चा में आया था। आदित्य ने बताया कि उसे मैथ्स और फिजिक्स में हमेशा से दिलचस्पी थी। वह कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग कर स्वयं की कंपनी खोलना चाहता है।
आदित्य के पिता धर्मेन्द्र चौबे ऑर्डिनेंस फैक्टरी खमरिया में जूनियर वर्क्स मैनेजर और मां अमिता निजी स्कूल में साइंस टीचर हैं। उन्होंने अपने पिता की लिए एक स्पेशल कैलकुलेटर एप भी बनाया है जिसमे अनलिमिटेड नंबर्स तक कैलकुलेशन किया जा सकता है। फ़िलहाल आदित्य के 48 एप अभी गूगल प्ले स्टोर व एप्टॉयड पर लोड होने के लिए वेरीफिकेशन मोड पर है जो जल्दी ही प्ले स्टोर पर देखे जा सकते है। उनके हुनर को देखते हुए बड़ी-बड़ी कंपनियों के सीईओ की बनाई हुई ऑनलाइन कम्युनिटी ने भी इन्हें अपने से जोड़ लिया है। जहां ये अपने आइडिया और स्ट्रैटिजी शेयर करते हैं।