Edited By shukdev,Updated: 13 Mar, 2019 06:43 PM
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने पिछले पांच साल के दौरान देश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं कराए हैं और उनके सपनों को तोड़ा है इसलिए आम चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला...
नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने पिछले पांच साल के दौरान देश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं कराए हैं और उनके सपनों को तोड़ा है इसलिए आम चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में देश में बेरोजगारी साढे चार दशक में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंची है जबकि सत्ता में आने से पहले भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि मोदी ने पांच साल में देश के दस करोड़ युवाओं के लिए नौकरियों के नए अवसर उपलब्ध कराने की बात की थी लेकिन नोटबंदी करके उन्होंने डेढ करोड़ लोगों की नौकरियां छीन ली। उसके बाद आधा अधूरा जीएसटी लागू किया जिससे करोड़ों लोगों का कारोबार बंद हो गया। नौकरियों की हालत अब भी सुधर नहीं रही है और पिछले वर्ष दस लाख लोगों की नौकरियां चली गई। प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान देश के समक्ष बड़ा आर्थिक संकट पैदा हो गया है। इस अवधि में देश के किसानों की आय 14 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंची है। नया निवेश भी 14 साल में सबसे कम आया है।
निजी निवेश तो सात साल के सबसे निचले स्तर पर है और इस दौरान औद्योगिक विकास पिछले साल की तुलना में 1.7 प्रतिशत कम है। निर्यात लगातार घट रहा है और पांच साल के दौरान यह 15 बार गिर चुका है। रुपए की स्थिति निरंतर खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि वह जो भी आंकड़े गिना रहे हैं वह सब सरकार की तरफ से जारी किए गए हैं। राष्ट्रीय सैंपल सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारी का आंकड़ा 7.2 प्रतिशत पहुंच गया है। मुद्रा बैंक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसका फायदा पाने वाले 91 फीसदी लोगों को महज 23 हजार रुपए की मामूली राशि उपलध कराई गई है।