Edited By shukdev,Updated: 24 Jun, 2019 10:20 PM
पश्चिम बंगाल भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को यह कह कर विवाद पैदा कर दिया कि राज्य में सत्ता में आने पर उनकी पार्टी ‘उत्तर प्रदेश मॉडल'' का अनुसरण करेगी, जिसके तहत अपराधियों का मुठभेड़ में सफाया करने ....
कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को यह कह कर विवाद पैदा कर दिया कि राज्य में सत्ता में आने पर उनकी पार्टी ‘उत्तर प्रदेश मॉडल' का अनुसरण करेगी, जिसके तहत अपराधियों का मुठभेड़ में सफाया करने के लिए पुलिस को खुली छूट दी जाएगी। इस पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि वह भगवा पार्टी को पश्चिम बंगाल को पुलिस राज्य में कभी तब्दील करने नहीं देगी।
भाजपा के प्रदेश महासचिव सायंतन बसु ने कहा कि सत्ता मिलने पर हम सुनिश्चित करेंगे कि अपराधी और लुटेरों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए या वे भाग जाएंगे। हम उत्तरप्रदेश मॉडल को अपनाएंगे। पुलिस को खुली छूट दी जाएगी, समर्पण नहीं करने पर अपराधी मुठभेड़ों में मारे जाएंगे। राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुठभेड़ों पर आश्रित है। बसु के नजरिए से पार्टी के एक अन्य महासचिव राजू बनर्जी ने भी सहमति जताई। उन्होंने कहा, ‘हम बंगाल में गुंडाराज और जबरन वसूली को नहीं बर्दाश्त करेंगे।
पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी और जरूरी पड़ने पर मुठभेड़ की कार्रवाई की जाएगी।' पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि यह भाजपा की मानसिकता को दिखाता है जो पश्चिम बंगाल को पुलिस राज्य में बदलना चाहती है । तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री फरहाद हाकिम ने कहा, ‘हमें ऐसे बयानों से हैरान नहीं हुई। यह उनकी मानसिकता है। भाजपा अध्यक्ष (अमित शाह) पर गुजरात के गृह मंत्री के उनके कार्यकाल के दौरान फर्जी मुठभेड़ की साजिश रचने का आरोप लगा था। इसलिए भाजपा को सत्ता मिलती है तो वे बंगाल में भी यही चीज करेंगे और इसे पुलिस राज्य बना देंगे। '