Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jun, 2021 10:19 AM
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सबसे पहले भारत में पाए गए कोरोना वायरस के स्वरूपों B.1.617.1 और B.1.617.2 को क्रमश: ''कप्पा'' और ''डेल्टा'' नाम दिया है। WHO ने सोमवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उसने कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूपों के नामकरण के...
नेशनल डेस्क: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सबसे पहले भारत में पाए गए कोरोना वायरस के स्वरूपों B.1.617.1 और B.1.617.2 को क्रमश: 'कप्पा' और 'डेल्टा' नाम दिया है। WHO ने सोमवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उसने कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूपों के नामकरण के लिए यूनानी अक्षरों का सहारा लिया है। WHO की covid-19 तकनीकी मामलों की प्रमुख डॉ मारिया वान केरखोव ने ट्वीट किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के स्वरूपों के आसानी से पहचाने जाने के लिए उनका नया नामकरण किया है।
इनके वैज्ञानिक नामों में कोई बदलाव नहीं होगा। हालांकि, इसका उद्देश्य आम बहस के दौरान इनकी आसानी से पहचान करना है।'' संगठन ने एक बयान में कहा कि WHO द्वारा निर्धारित एक विशेषज्ञ समूह ने वायरस के स्वरूपों को सामान्य बातचीत के दौरान आसानी से समझने के लिए अल्फा, गामा, बीटा गामा जैसे यूनानी शब्दों का उपयोग करने की सिफारिश की ताकि आम लोगों को भी इनके बारे में होने वाली चर्चा को समझने में दिक्कत न हो।