Edited By Anil dev,Updated: 14 May, 2020 02:41 PM
अक्सर पुरुषों की शिकायत होती है कि डेटिंग एप पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के प्रोफाइल ‘राइट स्पाइप'' करने के बावजूद उन्हें ‘मैच'' नहीं मिलते। डेटिंग एप क्वैकक्वैक के एक आंतरिक सर्वेक्षण में इस राज से परदा उठा।
बेंगलुरुः अक्सर पुरुषों की शिकायत होती है कि डेटिंग एप पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के प्रोफाइल ‘राइट स्पाइप' करने के बावजूद उन्हें ‘मैच' नहीं मिलते। डेटिंग एप क्वैकक्वैक के एक आंतरिक सर्वेक्षण में इस राज से परदा उठा। कंपनी ने लॉकडाउन (बंद) के दौरान किए अपने सर्वेक्षण में पाया कि डेटिंग एप पर प्रत्येक 100 में से मात्र 4 प्रोफाइल को ही महिलाएं राइट स्वाइप करती हैं। जबकि पुरुष 100 में से औसतन 35 प्रोफाइल को राइट स्वाइप करते हैं।
‘टिंडर' को दिया जाता है ऑनलाइन डेटिंग एप की शुरुआत का श्रेय
ऑनलाइन डेटिंग एप की दुनिया में ‘मैच' का मतलब किसी के साथ संपर्क जुड़ने से होता है। जबकि ‘राइट स्वाइप' का मतलब किसी को पसंद करने और ‘लेफ्ट स्वाइप' किसी को नापसंद करने से है। ऑनलाइन डेटिंग एप की शुरुआत का श्रेय ‘टिंडर' को दिया जाता है। डेटिंग एप किसी उपयोक्ता के फोन की लोकेशन के आधार पर काम करने वाली एक तरह की सोशल नेटवर्किंग एप होती है। इसमें जब कोई भी दो लोग एक-दूसरे को राइट स्वाइप करते हैं तो उनका ‘मैच' होता है। उसके बाद वे आपस में चैट कर सकते हैं।
सामान्यत: पुरुष 10 लोगों के साथ करते हैं चैट
सर्वेक्षण में महिलाओं और पुरुष के चैट करने की आदत का भी विश्लेषण किया गया है। सामान्यत: पुरुष 10 लोगों के साथ चैट साथ-साथ चैट करते हैं जबकि महिलाओं में यह औसत 25 लोगों का है। इतना ही डेटिंग एप उपयोग करने वालों में 60 प्रतिशत लोग अपने खुद के फोटो के साथ अपना प्रोफाइल (खाता खोलना) बनाते हैं जबकि 40 प्रतिशत लोग इसमें सहत महसूस नहीं करते।
महिलाएं दिन में औसतन 26 बार अपनी डेटिंग एप को देखती हैं
कक्वैक के मुताबिक महिलाएं दिन में औसतन 26 बार अपनी डेटिंग एप को देखती हैं जबकि पुरुषों में इसका औसत 20 है। क्वैकक्वैक डेटिंग की चाह रखने वाले भारतीयों के लिए तैयार की गयी एप है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि अब तक 90 लाख से ज्यादा भारतीय उसकी एप डाउनलोड कर चुके हैं। ऐसा करने में कंपनी को मात्र 97 दिन का वक्त लगा।