Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Aug, 2019 12:14 PM
खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना के पानी से खुद को बचाने के लिए एक गर्भवती महिला और उसके परिवार को मंगलवार पूरी रात एक पेड़ पर बितानी पड़ी। दरअसल नई दिल्ली के उस्मानपुर इलाके में उसकी झोंपड़ी पानी में डूब गई थी।
नई दिल्ली: खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना के पानी से खुद को बचाने के लिए एक गर्भवती महिला और उसके परिवार को मंगलवार पूरी रात एक पेड़ पर बितानी पड़ी। दरअसल नई दिल्ली के उस्मानपुर इलाके में उसकी झोंपड़ी पानी में डूब गई थी। जब बाढ़ का पानी उसके घर में घुसने लगा तो डर के मारे नूरजहां अपने दो बच्चों को बचाने के लिए लकड़ी के ढेर के सहारे पेड़ पर चढ़ गई।
जब उसका पति जहांगीर (रिक्शा चालक) देर रात घर वापस आया, तो उसे भी पेड़ पर ही शरण लेनी पड़ी। परिवार ने पूरी रात पेड़ पर बिताई और बुधवार सुबह 11 बजे पुलिस को फोन किया। उन्हें दोपहर 12 बजे बचाया गया।