Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 04:57 PM
लंबे समय से फरार चल रहे विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाईक को मलेशिया ने शरण दे दी है। उसे पिछले महीने मलेशिया की पुत्रा मस्जिद से निकलते हुए देखा गया था। इस दौरान उसके साथ कुछ फॉलोवर और एक बॉडीगार्ड था। इस मस्जिद में मलेशिया के पीएम नजीब रजाक और...
नेशनल डेस्क: लंबे समय से फरार चल रहे विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को मलेशिया ने शरण दे दी है। उसे पिछले महीने मलेशिया की पुत्रा मस्जिद से निकलते हुए देखा गया था। इस दौरान उसके साथ कुछ फॉलोवर और एक बॉडीगार्ड था। इस मस्जिद में मलेशिया के पीएम नजीब रजाक और उनके मंत्री भी इसी इबादत के लिए आते हैं। भारतीय जांच एजेंसियों ने जाकिर नाईक के ऊपर अपराधिक मुकदमा दर्ज किया है जिसके बाद से ही वो फरार हैं।
NIA ने जाकिर के खिलाफ की थी चार्जशीट दायर
मलेशिया में नाइक का होना इस बात का संकेत है कि देश में कट्टर इस्लाम को उच्च स्तर पर समर्थन मिल रहा है। देश में ईसाई, हिंदू और बौद्ध अल्पसंख्यक हैं और देश की उदार इस्लामिक छवि रही है। उसके खिलाफ एनआईए ने एक हफ्ते पहले ही चार्जशीट दायर की है। उस पर युवाओं को आतंकवाद के लिए उकसाने और हेट स्पीच देने का आरोप है। वो जुलाई 2016 से देश से बाहर है। उसने तब भारत छोड़ा था जब बांग्लादेश में मौजूद आतंकियों ने दावा किया था कि वे जाकिर के भाषणों से प्रेरित हो रहे हैं।
अपने भाषणों को लेकर रहा विवादों में
52 साल का जाकिर अपने भाषणों को लेकर चर्चा में रहा है। अपने भाषणों में उसने कथित रूप से समलैंगिकों और इस्लाम को छोडऩे वालों को जान से मारने की सजा देने की बात कही थी। एक यूट्यूब वीडियो में तो उसने ओसामा बिन लादेन का भी सपोर्ट भी किया था। जानकारों का मानना है कि मलेशिया ने जाकिर को इसलिए अपने यहां रहने की जगह दी है क्योंकि वह वहां के लोगों के बीच काफी मशहूर है। ऐसे में अगर सरकार उसको वहां से बाहर निकालने की सोचेगी तो उसका एक बड़ा वोट बैंक उसके खिलाफ हो जाएगा।