Edited By ,Updated: 07 Sep, 2016 03:12 PM
कार, स्कूटर, मोटर साइकिल या किसी भी वाहन को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आर सी) जैसे कागजातों की जरूरत खत्म करते हुए आज इनके डिजिटल मोबाइल ऐप औपचारिक रुप से जारी किए गए।
नई दिल्ली: कार, स्कूटर, मोटर साइकिल या किसी भी वाहन को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आर सी) जैसे कागजातों की जरूरत खत्म करते हुए आज इनके डिजिटल मोबाइल ऐप औपचारिक रुप से जारी किए गए। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने यहां एक कार्यक्रम में डीएल और आरसी के डिजिटल मोबाइल ऐप जारी किए। उन्होंने इस मौके पर कहा कि इससे प्रशासनिक जटिलता कम होगी और भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सकेगा। गडकरी ने कहा कि इससे कागज रहित प्रशासनिक व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि देश में 19 करोड़ 60 लाख 72 हजार 380 वाहन पंजीकृत हैं। डिजिटल मोबाइल प्रारुप के लिए नौ करोड़ वाहनों और चालकों का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है। देशभर के 1000 से अधिक क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों को डिजिटल किया जा सकेगा। इस डिजिटल मोबाइल ऐप को डिजीटलॉकरडाटकामडाट इन से डाउनलोड किया जा सकेगा। इस ऐप के जरिए लाइसेंस और आर.सी मोबाइल फोन में रखी जा सकेगी। केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि लाइसेंस और डीएल के इलैक्ट्रोनिक स्वरुप से फर्जीवाड़ा रोका जा सकेगा और कागजातों की जांच आसानी से हो सकेगी। इससे नकली और असली कागजातों का भी पता चल सकेगा।
ऐसे करें इस्तेमाल
सरकार ने इसके लिए एक वेबसाइट digilocker.gov.in बनाई है। यहां से आप डिजिलॉकर ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद आप अपना डिजिलॉकर अकाउंट खोल सकते हैं, इसके लिए आपको मोबाइल नंबर डालना पड़ता है फिर वन टाइम पासवर्ड (OTP) आपके मोबाइल नंबर पर आएगा जिसे इस्तेमाल कर मोबाइल नंबर को ऑथेंटिकेट कर सकते हैं फिर यूजरनेम और पासवर्ड सेलेक्ट करना होगा। डिजिलॉकर अकाउंट बनने के बाद आप अपने डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकते हैं। डिजिलॉकर की अन्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आप अपना आधार नंबर भी दे सकते हैं।
ऐप में मिलेंगी 20 से 30 सर्विस
सरकार जल्द ही एम-परिवहन एप को भी लॉन्च करेगी जिसमें परिवहन से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध होंगी। वहीं इसकी मदद से यूजर्स लाइसेंस रिन्युअल जैसी 20 से 30 अलग अलग सर्विस का भी फायदा उठा सकते हैं। इस एप से जुड़ी सबसे बड़ी मुश्किल डेटा सिक्योरिटी की थी लेकिन इस एप में सभी बातों का ख्याल रखा गया है।