Edited By ,Updated: 20 Mar, 2015 02:02 AM
जिला आयुर्वैदिक और यूनानी अफसर-कम-ड्रग इंस्पैक्टर डा. हरफूल सिंह ने आज बस स्टैंड के नजदीक एक होटल में प्रैक्टिस
पटियाला: जिला आयुर्वैदिक और यूनानी अफसर-कम-ड्रग इंस्पैक्टर डा. हरफूल सिंह ने आज बस स्टैंड के नजदीक एक होटल में प्रैक्टिस करने वाले डा. नागी की क्लीनिक पर रेड की और उसकी तरफ से अलग-अलग बीमारियों के लिए दी जाने वाली 24 दवाओं को मौके पर सील कर दिया गया।
डा. हरफूल सिंह ने बताया कि आयुश विभाग की तरफ से ड्रग एंड मैजिक रेमीडीज आब्जैक्शनएबल एडवर्टाइज एक्ट 1954 के अंतर्गत ऐसी दवाओं की चैकिंग की जा रही है, जोकि उक्त एक्ट के अंतर्गत पाबंदीशुदा है। उन्होंने बताया कि सैक्रेटरी हैल्थ हुसन लाल की तरफ से एक मीटिंग के बाद विशेष तौर पर दिशा-निर्देश दिए गए थे कि गलत तरीकों की दवाइयां दे कर लोगों को न केवल गुमराह करते हैं बल्कि उनकी सेहत के साथ भी खिलवाड़ करते हैं। उन्होंने बताया कि उक्त एक्ट के अंतर्गत 54 ऐसी बीमारियां हैं, जिनको पूरी तरह ठीक करने का दावा नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया कि विभाग की तरफ से ऐसी प्रैक्टिस करने वालों की चैकिंग की मुहिम शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि डा. नागी के पास कोई नहीं डिग्री थी। इसके अलावा जो कोई 24 दवाएं जब्त की गई हैं, उन पर किसी तरह का कोई लेबल नहीं लगा हुआ है। डा. हरफूल सिंह ने बताया कि सील की दवाओं को चैकिंग के लिए ड्रग टैसिं्टग लैबोरेटरी में भेजा जाएगा और उसके बाद उसकी रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।