Edited By ,Updated: 07 Jan, 2017 09:30 AM
आईसीसी‘क्रिकेटर आफ द इयर’रहे आफ स्पिनर रहे रविचंदन अश्विन ने महेन्द्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों के मैचों की कप्तानी छोड़ने के फैसले को उनका निजी ..
चेन्नई: आईसीसी‘क्रिकेटर आफ द इयर’रहे आफ स्पिनर रहे रविचंदन अश्विन ने महेन्द्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों के मैचों की कप्तानी छोड़ने के फैसले को उनका निजी फैसला बताया है। अश्विन ने कहा कि धोनी के कप्तानी में दिए गए योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता लेकिन कप्तानी से हटने का निर्णय उनका अपना निजी फैसला था और हम सभी को उसका सम्मान करना चाहिए।
स्टार आफ स्पिनर ने कहा कि जब पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली ने कप्तानी छोड़ी थी तो लोगों का यही कहना था कि कोई भी उनकी जगह नहीं ले सकता लेकिन धोनी ने उसके बाद न केवल टीम का शानदार तरीके से नेतृत्व किया बल्कि टीम को सफलता की नई ऊंचाइयों तक ले गए।
अश्विन ने कहा कि धोनी के बाद अब विराट से भी यही उम्मीद की जानी चाहिए कि वह टीम को कुशल नेतृत्व देंगे। धोनी के टेस्ट मैचों की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट टैस्ट कप्तानी में बेहद सफल रहे हैं और अब सीमित ओवरों के मैचों में भी वह इसी लय को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि धोनी एक दिग्गज कप्तान रहे हैं और हमें उनके कप्तानी से हटने के निर्णय को भावनात्मक रूप से न लेते हुए इसका सम्मान करना चाहिए। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है।
नए साल के बारे में पूछे जाने पर स्टार खिलाड़ी ने कहा कि पिछला साल सफलता के लिहाज से बेहद उपलब्धियों वाला रहा। मैं अपने और टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट हूं लेकिन अब भी हमें काफी लंबा रास्ता तय करना है। मैंने अभी इस वर्ष के लिए कोई खास लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है लेकिन मैं अपनी लय को जारी रखने की कोशिश करूंगा और टीम की जीत में योगदान देता रहूंगा।