Edited By PTI News Agency,Updated: 17 Jun, 2021 08:25 PM
नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) ऐसे समय में जब कोविड-19 ने दुनिया को पंगु बना दिया है, लोगों को जीवित रहने और जीवनयापन के लिए नए तरीकों की तलाश करने को मजबूर होना पड़ रहा है, तब इस घातक बीमारी से लड़ने के लिए छह-सूत्रीय योजना पर आधारित एक नयी किताब...
नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) ऐसे समय में जब कोविड-19 ने दुनिया को पंगु बना दिया है, लोगों को जीवित रहने और जीवनयापन के लिए नए तरीकों की तलाश करने को मजबूर होना पड़ रहा है, तब इस घातक बीमारी से लड़ने के लिए छह-सूत्रीय योजना पर आधारित एक नयी किताब प्रकाशित हुई है, जिसमें रोग से निपटने के लिए कुछ व्यावहारिक रणनीतियों की पेशकश की गई है।
मुंबई की एक चिकित्सक और पोषण विशेषज्ञ डॉ विशाखा शिवदसानी ने बीमारी से निपटने के लिए एक नयी पद्धति विकसित की है। वह रिवर्स क्रॉनिक लाइफस्टाइल रोगों से पीड़ित अपने रोगियों को ठीक करने के इसी पद्धति का उपयोग करती है। नई पद्धति में बताया गया है कि कैसे कोविड से निपटने में तेजी लाई जाए, कोविड के बाद की जटिलताओं की आशंका को कम किया जाए।
यह प्रोटोकॉल उभर रहे नए कोविड स्ट्रेन पर भी काम करता है।
हार्पर कॉलिन्स इंडिया ने इस साल की शुरुआत में "कोविड एंड पोस्ट कोविड रिकवरी" नामक किताब को एक ई-पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया था और अब इसका पेपरबैक संस्करण जारी किया है।
इस पुस्तक में वायरस से संक्रमित होने के लक्षण, ठीक होने और उसके प्रभाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है और इसमें यह भी बताया गया है कि कैसे रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जाए।
शिवदसानी की छह-सूत्रीय योजना में आहार, पेट स्वास्थ्य, नींद, व्यायाम, तनाव प्रबंधन और पूरक आहार के साथ बेहतर उपचार को शामिल किया गया है।
लेखिका ने कहा, "20 से अधिक वर्षों से एक सामान्य चिकित्सक होने के नाते, मधुमेह, मोटापा और पीसीओएस जैसी बीमारियों को दूर करने पर ध्यान देने के साथ, मुझे जीवनशैली में बदलाव के साथ आधुनिक चिकित्सा को मिलाने से सबसे अच्छे परिणाम मिले हैं।"
उन्होंने कहा, "यह कोविड के इलाज के लिए सही है। आप जितना सोचते हैं, आपके पास उससे अधिक शक्ति है और इस महामारी के दौरान रोगियों को ठीक होते और इससे आगे बढ़ते देखना मेरे करियर का सबसे संतोषजनक हिस्सा रहा है। मुझे विश्वास है कि इस पुस्तक में मेरी छह-सूत्रीय योजना लोगों को छोटी और लंबी अवधि में कोविड और इससे संबंधित जटिलताओं से ठीक होने में मदद करेगी।’’
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