Edited By ,Updated: 14 Jan, 2016 01:58 PM

गूगल की सेल्फ-ड्राइविंग कार ने अभी तक पब्लिक रोड पर कोई सड़क हादसा नहीं किया लेकिन हाल में यह बात सामने आई है कि गूगल की सेल्फ-ड्राइविंग कार टेस्टिंग के दौरान 272 बार फेल हुई
जालंधरः गूगल की सेल्फ-ड्राइविंग कार ने अभी तक पब्लिक रोड पर कोई सड़क हादसा नहीं किया लेकिन हाल में यह बात सामने आई है कि गूगल की सेल्फ-ड्राइविंग कार टेस्टिंग के दौरान 272 बार फेल हुई और 13 बार अगर उसे रोका नहीं जाता तो वह हादसे की शिकार हो जाती। यह बात कंपनी के टेस्ट रिपोर्ट्स में सामने आई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 महीनों के दौरान 272 बार ड्राइवर्स को अपने आप चलने वाली इस कार का कंट्रोल अपने हाथ में लेना पड़ा, क्योंकि सॉफ्टवेयर फेल हो रहा था। अन्य 69 मौकों पर ड्राइवर्स ने गाड़ी को सही से चलाने के लिए खुद ही कंट्रोल संभाल लिया।
गूगल का कहना है कि नए डेटा के मुताबिक ऑटोनॉमस कारें पहले से बेहतर हो रही हैं, मगर एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनी की रिपोर्ट यह नहीं बताती कि उसकी टेक्नॉलजी सेफ है या नहीं। गूगल की टेस्ट ड्राइव्स पर सबकी नजर है, क्योंकि उसने पहली बार असली सड़कों पर पर गाड़ियों को उतारा है।
कंपनी का कहना है कि इन कारों के फेल होने की दर कम हुई है। 2014 में जहां ये कारें औसतन 785 मील के बाद फेल हो रही थीं, 2015 के आखिर तक ये 5,318 मील पर फेल हुईं। गूगल की कारों और इंसान द्वारा चलाई जाने वाली कारों के बीच छोटी सी घटनाएं भी मीडिया की नजर में आ रही है, क्योंकि यह एकदम नई टेक्नॉलजी है।