Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Feb, 2018 07:12 PM
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने मंगलवार को कहा कि कर विभाग बिटकाइन जैसी आभासी मुद्राओं में निवेश करने वाले लेकिन उससे प्राप्त आय या लाभ की घोषणा नहीं करने वाले लोगों को नोटिस जारी कर रहा है। विभाग ने पाया कि कई...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने मंगलवार को कहा कि कर विभाग बिटकाइन जैसी आभासी मुद्राओं में निवेश करने वाले लेकिन उससे प्राप्त आय या लाभ की घोषणा नहीं करने वाले लोगों को नोटिस जारी कर रहा है। विभाग ने पाया कि कई लोगों ने इसमें निवेश कर रखा है लेकिन इसमें कोई स्पष्टता नहीं है। इसका मतलब है कि उन्होंने समुचित रूप से घोषणा नहीं की।
बजट भाषण में वित्त मंत्री ने बिट क्वाइन समेत सभी आभासी मुद्रा को कहा था अवैध
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने आभासी मुद्रा में निवेश किया और कर रिटर्न भरते समय आय की घोषणा नहीं की तथा निवेश पर प्राप्त लाभ को लेकर कर नहीं दिया, हम उन्हें नोटिस भेज रहे हैं। क्योंकि हमारा मानना है कि यह सभी कर योग्य हैं।’’ चंद्रा ने कहा कि आयकर विभाग ने सभी आयकर महानिदेशकों को इस बारे में सूचित किया है और नोटिस जारी किए जा रहे हैं। वित्त मंत्री अरुण जेतली ने एक फरवरी को अपने बजट भाषण में कहा कि बिट क्वाइन समेत सभी अभासी मुद्रा अवैध हैं और सरकार उनके उपयोग को समाप्त करने के लिए सभी कदम उठाएगी। इससे पहले, एसोचैम के कार्यक्रम में चंद्रा ने कहा कि बड़ी संख्या में करदाताओं को कर के दायरे में लाया गया है। इससे करदाताओं का आधार 8 करोड़ पहुंच गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने प्रत्यक्ष कर सुधारों को सुदृढ किया है। चंद्रा ने यह भी कहा कि कोई भी आयकर अधिकारी अपने स्व-विवेक के आधार पर मामले को अपने हाथ में नहीं ले सकता और कुल मामलों में से केवल 0.5 प्रतिशत मामले ही आयकर विभाग जांच के लिए लेता है। इस बीच जापान से प्राप्त रपटों के मुताबिक बिटकाइन का भाव 20 प्रतिशत टूट कर 6190 डालर प्रति इकाई पर आ गया है। छह सप्ताह पहले यह 19,511 डालर तक चीली गई थी। टोक्यो से ब्लूमबर्ग की एक रपट के हवाले से कहा गया है कि इसका भाव 50 प्रतिशत और गिर सकता है।