Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Dec, 2017 09:30 AM
कूट लिखावट पर चलने वाली डिजिटल मुद्रा बिटकॉयन इस समय सातवें आसामन पर है। जानकारी के अनुसार इसका भाव अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 19000 डॉलर पर पहुंच गया है जो इसका नया रिकार्ड है। भारतीय करेंसी के हिसाब से देखें तो एक बिटकॉइन की कीमत 12 लाख रुपए से...
लंदनः कूट लिखावट पर चलने वाली डिजिटल मुद्रा बिटकॉयन इस समय सातवें आसामन पर है। जानकारी के अनुसार इसका भाव अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 19000 डॉलर पर पहुंच गया है जो इसका नया रिकार्ड है। भारतीय करेंसी के हिसाब से देखें तो एक बिटकॉइन की कीमत 12 लाख रुपए से ज्यादा हो गई है। इस अंधाधुध तेजी को देखते हुए यह चेतावनी दी जा रही है कि यह आभासी मुद्रा 'एक सरपट भागती रेलगाड़ी जैसी बढ़ रही है जिसमें ब्रेक नहीं है।' इस तेजी के कारण इस मुद्रा को मुख्य विनिमय बाजारों में निकट भविष्य में मान्यता देने की संभावना पर फिर आशंकाएं प्रकट होने लगी हैं।
इस मुद्रा का इस्तेमाल करने वाले इससे आइसक्रीम से लेकर बीयर तक खरीदते हैं। डॉलर के मुकाबले इसकी विनिमय दर एक सप्ताह में 50 प्रतिशत से अधिक चढ़ चुकी है। इसका चलन 2009 में शुरू हुआ। इसे किसी देश के बैंकिंग विनियामक ने अभी मान्यता नहीं दी है और न ही इसकी कोई कानूनी तौर पर मान्य विनिमय दर ही है। अभी इस साल जनवरी के मध्य में इसकी विनिमय दर 752 डालर के आस पास थी।
भारतीय रिज़र्व बैंक की चेतावनी
बिटकॉइन में जबरदस्त उछाल के बावजूद भारत के रिज़र्व बैंक ने निवेशकों को इससे सतर्क रहने को कहा है। आरबीआई का कहना है कि विभिन्न कारणों की वजह से बिटकॉइन में निवेश करना एक जोखिमपूर्ण कार्य हो सकता है। जानिए आरबीआई के निर्देश की मुख्य बातें:
-डिजिटल रूप में होने की वजह से बिटकॉइन जैसी आभासी मुद्राओं को डिजिटल मीडिया में रखा जाता है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक वालेट कहा जाता है। ऐसे में किसी तकनीकी समस्या जैसे हैकिंग आदि की वजह से इनमे सेंध का खतरा है। चूंकि कोई भी बड़ी संस्था इसका व्यापार करने की सलाह नहीं देती है, निवेशक इसके खुद जिम्मेदार होंगे।
-डिजिटल मुद्राओं के द्वारा भुगतान सिर्फ एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति को ही होती है। इसमें बीच में कोई बड़ी संस्था नहीं रहती है। ऐसे में लेन-देन में किसी प्रकार की भी घटना हो सकती है।
-बिटकॉइन में बड़ी मात्रा में उतार-चढ़ाव यह दर्शाता है कि यह संतुलित नहीं है। ऐसे में यह जोखिम भरा हो सकता है।
-यह कहा जाता है कि डिजिटल मुद्राओं का प्रयोग ज्यादातर अवैध कार्यों में ही होता है। ऐसे में इसमें निवेश करने वाले लोग क़ानूनी रूप से भी सुरक्षित नहीं हैं।