Edited By ,Updated: 23 Jan, 2017 06:46 PM
बजट पेश होने में कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में लोगों ने कई उम्मीदें लगा रखी हैं। बजट कैसा होगा और कैसा होना चाहिए, इसकी झलक दिखी हाल ही में वित्त मंत्रालय के उस पोल में जहां पूछा गया था
नई दिल्लीः बजट पेश होने में कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में लोगों ने कई उम्मीदें लगा रखी हैं। बजट कैसा होगा और कैसा होना चाहिए, इसकी झलक दिखी हाल ही में वित्त मंत्रालय के उस पोल में जहां पूछा गया था कि बजट का किस पर फोकस हो। इस पोल में 50 फीसदी से ज्यादा लोगों ने किसानों के नाम पर अपनी सहमति जताई लेकिन कमोडिटी बाजार किसानों से अलग नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसानों को संगठित और रेगुलेटेड मार्कीट मिलना चाहिए। सरकार को फॉरवर्ड ट्रेड दोबारा शुरू करने की इजाजत देनी चाहिए। सरकार को किसानों के वायदा से जुड़ने के लिए सहुलियत देनी चाहिए। किसान उत्पादन संगठनों को मंडी टैक्स में छूट मिलनी चाहिए।
सरकार को एक्सचेंजों पर कारोबार स्टॉक लिमिट से बाहर करने पर फोकस करना चाहिए। सरकार को हेजिंग सस्ता करने के साथ एग्री उत्पादों से सीटीटी हटाया जाना चाहिए। बजट में वित्त मंत्री से मांग है कि कमोडिटी में बैंकों और एफआईआई को जल्द इजाजत दी जाए। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार का विस्तार करना चाहिए।