Edited By ,Updated: 01 Feb, 2017 03:40 PM
वर्ष 2017-18 के लिए पेश आम बजट को ‘एक सामान्य बजट’ बताते हुए आरबीआई के पूर्व गवर्नर सी. रंगराजन....
नई दिल्ली: वर्ष 2017-18 के लिए पेश आम बजट को ‘एक सामान्य बजट’ बताते हुए आरबीआई के पूर्व गवर्नर सी. रंगराजन ने आज कहा कि तीन प्रतिशत के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य तक पहुंचने की रूपरेखा बदलने से राजकोषीय दायित्व एवं बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) कानून का मजाक बनेगा।
रंगराजन ने बताया, ‘‘इस लिहाज से यह एक सामान्य बजट था कि राजस्व पक्ष की आेर कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। जो भी हो, मुझे खुशी है कि राजकोषीय घाटे को 3.2 प्रतिशत पर बनाए रखा गया है। मूल रूपरेखा में इसे तीन प्रतिशत रखा गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन खर्च की जरूरत को देखते हुए, मुझे लगता है कि कुछ संशोधन ठीक है। मेरा इस बात पर जोर है कि आने वाले वर्षों में तीन प्रतिशत के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए रूपरेखा बदलने से एफआरबीएम कानून का मजाक बनेगा।’’