Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 11:28 AM
1 फरवरी को पेश होने वाले अाम बजट को लेकर कई तरह के क्यास लगाए जा रहे कि इस साल पेश होने वाला हर क्षेत्र के लिए कुछ न कुछ खास लेकर आएगा।
नई दिल्लीः 1 फरवरी को पेश होने वाले अाम बजट को लेकर कई तरह के क्यास लगाए जा रहे कि इस साल पेश होने वाला हर क्षेत्र के लिए कुछ न कुछ खास लेकर आएगा। वहीं कहा जा रहा है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली अगर ये 5 एलान कर दें तो मिडिल क्लास वाकई में खुश हो जाएगा हालांकि इसके लिए उन्हें 28500 करोड़ रुपए से अधिक दांव पर लगाने होंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनकम टैक्स में छूट से लेकर बैंक डिपॉजिट तक पर अगर जेटली डिमांड को पूरा करते हैं, तो सरकार को भारी भरकम रेवेन्यु लॉस होगा।
एक रिसर्च के अनुसार, अगर सरकार ये 5 डिमांड पूरी कर देती है तो उसे करीब 28500 रुपए का रेवेन्यु लॉस होगा। इसके तहत सबसे ज्यादा टैक्स छूट लिमिट बढ़ाने की वजह से असर होगा। इसके जरिए करीब 9500 करोड़ रुपए का रेवेन्यु इम्पैक्ट होगा। हालांकि अगर जेटली सच में ऐसा कर देते हैं इस बजट में मिडिल क्लास को काफी कुछ मिल जाएगा।
-इनकम टैक्स छूट लिमिट 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपए यानी 3 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगे। ऐसा करने से मिडिल क्लास की जेब में कुछ और रुपए आ जाएंगे, हालांकि सरकार पर बोझ बढ़ जाएगा। इस बार में बजट में सबसे ज्यादा उम्मीद इसी एलान की है।
- 80 सी के तहत इनकम टैक्स सेविंग लिमिट 1.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए की जाए। इसके तहत पीपीएफ, एलआईसी, हाउसिंग लोन के प्रिंसिपल अमाउंट सहित अन्य निवेश आते हैं। इसकी लीमिट बढ़ जाने से आम आदमी टैक्स देनदारी कम हो जाएगी।
- हाउसिंग लोन के इंटरेस्ट पेमेंट पर छूट को 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख कर दिया जाए।
- बैंक सेविंग अकाउंट पर 10 हजार रुपए से ज्यादा ब्याज मिलने पर टैक्स लगता है। इस लिमिट को बढ़ाया जाए।
- टैक्स सेविंग टर्म डिपॉडिट का लॉक इन पीरियड 5 साल से घटाकर 3 साल कर दिया जाए तो इस बजट में मिडिल क्लास की चांदी हो जाएगी।