स्कूल ड्रॉपआउट कर शुरू किया 'मोदी' ने डायमंड बिजनैस

Edited By ,Updated: 26 Sep, 2016 06:56 PM

diamond designer nirav modi

अगर इंसान में कुछ करने की इच्छा हो तो वह अपने सामने आई सारी मुश्किलों को पार करके अपनी मंजिल को पा ही लेता है।

नई दिल्लीः अगर इंसान में कुछ करने की इच्छा हो तो वह अपने सामने आई सारी मुश्किलों को पार करके अपनी मंजिल को पा ही लेता है। ऐसा ही कुछ दुनिया के सबसे बड़े डायमंड डिजाइनर नीरव मोदी ने किया। नीरव की लाइफ में एक वक्त ऐसा था जब उन्हें अपने फैमिली बिजनैस को बढ़ाने के लिए स्कूल ड्रॉपआउट किया था। आज यह शख्स भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में डायमंड ज्वैलरी डिजाइनिंग के फील्ड में सबसे बड़ा नाम बन चुका है। 

बचपन से ही डायमंड का पैशन
45 साल के नीरव में डायमंड को लेकर पैशन बचपन से ही था। मोदी की फैमिली डायमंड का ही बिजनैस करती थी। तो बचपन से ही मोदी अपने पिता के साथ डायमंड कटिंग से लेकर हर तरह के डिजाइनिंग हुनर को बारीकी से समझते थे।

विदेश से देश में आकर बनाई कंपनी
मोदी की पढ़ाई लिखाई विदेश में हुई थी। मोदी पेंसिलवेनिया में फाइनैंस की पढ़ाई करते थे लेकिन एक साल बाद ही मोदी ने युनिवर्सिटी छोड़ दी और ठान लिया कि इस बिजनैस में नया मुकाम बनाना है। मोदी ने फैसला किया वो भारत आकर इस बिजनैस को करेंगे। 1990 में मोदी मुंबई आ गए जहां उनके चाचा डायमंड बनाने के कारोबार में थे। मुंबई आकर मोदी भी उनके साथ जुड़ गए। 

काम के लिए किसी से नहीं ली मदद
मोदी के परिवार के पास पैसों की कमी नहीं थी लेकिन इस शख्स ने ठान लिया था वो अपना बिजनैस शुरू करने के लिए किसी पैसे की मदद नहीं लेंगे। वो अपने चाचा के साथ दिन के 12-12 घंटे हफ्ते के सातों दिन काम करते थे। इस समय मोदी को महीने के 3500 रुपए मिलते थे लेकिन मोदी का सपना था डायमंड बिजनैस का सबसे बड़ा नाम बनना। अपने सपने को पूरे करने के लिए उन्होनें पैसे बचाने शुरू कर दिए। करीब 10 साल तक नौकरी करने के बाद मोदी ने काफी पैसे जमा कर लिए।

ऐसे बनी फायरस्टार
10 साल काम करने के बाद मोदी ने 15 लोगों के साथ अपनी कंपनी फायरस्टार बनाई। अपनी कंपनी बनाने के बाद मोदी ने अपने 10 साल के एक्सपिरियंस का फायदा उठाया। मोदी के पास विदेशों के बहुत से क्लाइंट थे, मोदी अपने इन क्लाइंट्स के लिए ज्वैलरी डिजाइन करने लगे। भारत में डायमंड कटिंग का कास्ट विदेश के मुकाबले सस्ता था। इसका फायदा मोदी को मिला। मोदी ने विदेशी क्लाइंट्स को सस्ते में सर्विस देनी शुरू कर दी। मोदी का काम रफ्तार पकड़ने लगा। इसके बाद इन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। 

11,591 करोड़ रुपए की हुई नैटवर्थ
बिजनैस शुरू करने के 5 साल के दौरान मोदी की कंपनी डायमंड ज्वैलरी डिजाइंनिंग एक बड़ा नाम बन चुकी थी। फायरस्टार ने एक्सपेंशन के दौरान यूएस की 2 बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया। फायरस्टार डायमंड का कारोबार आज यूएसए, यूरोप, मिडिल ईस्ट और इंडिया मे फैला हुआ है। कंपनी के मुताबिक इनके पास आज 1200 ट्रेन्ड प्रोफेशनल्स की टीम है जो वर्ल्डवाइड हाई एंड प्रोडक्ट ग्राहकों तक पहुंचाती है। फोर्ब्स के मुताबिक 25 सितंबर 2016 तक मोदी की नैटवर्थ 11,591 करोड़ की है। 2016 में 100 अमीर लोगों की सूची में मोदी 71वें पायदान पर हैं। 
 

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