Edited By ,Updated: 18 Dec, 2016 05:50 PM
निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिखा शर्मा ने कहा है कि कुछ कर्मचारियों ने संगठन की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया है।
नई दिल्ली: निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिखा शर्मा ने कहा है कि कुछ कर्मचारियों ने संगठन की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारियों के बर्ताव से हमें शर्मिंदगी और परेशानी उठानी पड़ी है।
अकाऊंट्स में गड़बड़ी की जांच शुरू
शर्मा ने बताया कि बैंक ने अधिक सेफगार्ड्स सुनिश्चित करने और जांच पड़ताल को बढ़ाने के लिए केपीएमजी को फॉरेंसिंक आडिट नियुक्त किया है। एक्सिस बैंक के ग्राहकों को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि बैंक की बुनियाद मजबूत है। खातों की गतिविधियों में अचानक आई तेजी के मद्देनजर बैंक ने खुद ही आगे बढ़कर संदिग्ध खातों की पहचान की है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कुछ कर्मचारियों की गतिविधियों पर हालिया मीडिया रिपोर्टों से मुझे शर्मिंदगी और निराशा हुई है। कुछ लोगों ने हमारी तरह अनुपालन वाली ठोस प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया जिसकी वजह से हम अपनी उम्मीदों पर ही खरे नहीं उतर पाए। हमने एेसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है और हमारी आचार संहिता से अलग हटकर काम करने वालों के खिलाफ आगे भी एेसे ही कदम उठाए जाएंगे।
रेग्युलेटरी को बैंक लगातार दे रहा है इन्फॉर्मेशन
शर्मा ने कहा कि कुछ लोगों की गड़बडिय़ों से हमारे 55,000 से अधिक कर्मचारियों की मेहनत पर पानी फिर गया जिसका मुझे खेद है। आयकर विभाग ने पिछले सप्ताह एक्सिस बैंक की नोएडा शाखा पर छापेमारी कर 20 शेल कंपनियों के खातों से करीब 60 करोड़ रुपए की राशि पकड़ी थी। शर्मा ने कहा कि बैंक ने खुद पहल करते हुए संदिग्ध खातों की पहचान कर इसके बारे में नियामकीय प्राधिकरणों को आगे की जांच के लिए सूचना दी।