Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Feb, 2018 02:41 PM
देश से तैयार इस्पात का निर्यात जनवरी 2018 में 30त्न से ज्यादा घटकर 6.16 लाख टन रह गया। जनवरी 2017 में निर्यात 8.90 लाख टन था। सरकार की ज्वाइंट प्लांठ कमेटी (जेपीसी) के अनुसार जनवरी 2018 में देश में तैयार इस्पात का आयात भी 44.5% घटकर 3.35 लाख टन रहा...
नई दिल्लीः देश से तैयार इस्पात का निर्यात जनवरी 2018 में 30त्न से ज्यादा घटकर 6.16 लाख टन रह गया। जनवरी 2017 में निर्यात 8.90 लाख टन था। सरकार की ज्वाइंट प्लांठ कमेटी (जेपीसी) के अनुसार जनवरी 2018 में देश में तैयार इस्पात का आयात भी 44.5% घटकर 3.35 लाख टन रहा है जो जनवरी 2017 में 6.04 लाख टन था। कुछ समय पहले इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा था कि अगले कुछ साल में देश का इस्पात निर्यात कुल घरेलू उत्पादन का छह से सात प्रतिशत होना चाहिए जो वर्तमान स्तर से 1.5% अधिक है। हालांकि भारत का निर्यात और आयात दोनों घटा है लेकिन तैयार इस्पात के प्रमुख निर्यातक के तौर पर इसने अपनी स्थिति को बरकरार रखा है।
जेपीसी के अनुसार, ‘‘जनवरी 2018 के साथ-साथ अप्रैल-जनवरी 2017-18 की अवधि में भी भारत कुल तैयार इस्पात का एक शुद्ध निर्यातक रहा है।’जेपीसी एकमात्र ऐसा निकाय है जो देश में इस्पात उत्पादन एवं संबद्ध आंकड़ों का संग्रहण करता है। जेपीसी के अनुसार अप्रैल-जनवरी 2017-18 की अवधि में देश का तैयार इस्पात निर्यात 40.2% बढ़कर 58.6 लाख टन से 82.2 लाख टन हो गया। इसी अवधि में कुल तैयार इस्पात का निर्यात 5.5% बढ़कर 60.9 लाख टन से 64.3 लाख टन हो गया। जनवरी 2018 में देश का कुल तैयार इस्पात उत्पादन 5.7% ढ़कर 95.4 लाख टन रहा। अप्रैल-जनवरी 2017-18 की अवधि में यह 5.3% बढ़कर 8.86 करोड़ टन रहा है।