1 फरवरी को पेश होने वाला आम बजट होगा खास

Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 10:27 AM

general budget to be presented on february 1 will be special

वित्त मंत्री अरुण जेटली कल आम बजट पेश करने वाले हैं। इस वक्‍त सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार बजट में क्‍या खास पेश करने वाली है। इस बार का बजट कई मायनों में खास है। देश में नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली यानी वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) लागू...

नई दिल्‍लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली कल आम बजट पेश करने वाले हैं। इस वक्‍त सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार बजट में क्‍या खास पेश करने वाली है। इस बार का बजट कई मायनों में खास है। देश में नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली यानी वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) लागू किए जाने के बाद यह पहला बजट होगा। इसके अलावा 2019 में होने वाले लोकसभा के आम चुनावों और कई राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले आखिरी बजट होगा। जानिए इसके अलावा इस बार भारत का बजट और किन मायनों में खास है।

मोदी सरकार का अंतिम बजट
भले ही आगामी आम चुनाव अप्रैल-मई 2019 से पहले न हों लेकिन फिर भी यह सरकार का अंतिम फुल बजट है। वह इसलिए क्‍योंकि चुनाव नजदीक होने पर सरकार चुनावों के लिए सरकारी खर्च को संसद की मंजूरी के लिए पेश करती है। इसे वोट ऑन अकाउंट कहा जाता है। इसके बाद इस खर्च को मिलाकर नई बनी सरकार एक फुल बजट पेश करती है।

GST के बाद का पहला बजट
इस बार का बजट देश में जी.एस.टी. लागू होने के बाद का पहला आम बजट है। बजट में डायरेक्ट व इनडायरेक्ट टैक्स दोनों के लिए घोषणाएं होती हैं लेकिन चूंकि जी.एस.टी. में सभी तरह के इनडायरेक्ट टैक्स समाहित हो चुके हैं। इसलिए इस बार केवल डायरेक्ट टैक्स व जी.एस.टी. के बाहर वाली चीजों के लिए इनडायरेक्ट टैक्स पर घोषणाएं होंगी।

बजट बनाने वाली टीम भी नई
खास बात यह भी है कि इस बार बजट बनाने वाली टीम भी नई है। इस टीम के मुखिया यानी वित्त सचिव के तौर पर हसमुख अधिया का यह पहला बजट है। बजट बनाने के लिए जिम्मेदार यानी आर्थिक मामलों के विभाग के मुखिया सुभाष चंद्र गर्ग का भी यह पहला बजट है। हालांकि इस विभाग में निदेशक के तौर पर पहले काम कर चुके हैं और आर्थिक मामलों पर इनकी अच्छी पकड़ है।

छोटी होगी बजट स्पीच
वित्त मंत्री के बजट भाषण के दो हिस्से होते हैं। पहले हिस्से में नई स्कीम्स, मौजूदा स्कीम्स के लिए नए बदलाव और सेक्टर्स पर फोकस किया जाता है। दूसरे हिस्से में इनकम टैक्स व कॉरपोरेट टैक्स जैसे डायरेक्ट टैक्स और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क जैसे इनडायरेक्ट टैक्स को लेकर घोषणाएं होती हैं। लेकिन जी.एस.टी. लागू होने के बाद अब बजट में डायरेक्ट टैक्स के अलावा केवल उन्हीं इनडायरेक्ट टैक्स को लेकर घोषणाएं होंगी, जो जी.एस.टी. के बाहर हैं।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!