Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2017 01:42 PM
देश भर के 1 लाख से ज्यादा लोगों का पी.एफ. क्लेम अटक गया है।
नई दिल्लीः देश भर के 1 लाख से ज्यादा लोगों का पी.एफ. क्लेम अटक गया है। यह सभी लोग केंद्र सरकार की दो योजनाओं प्रधानमंत्री रोजगार योजना और पी.एम. परिधान रोजगार प्रोत्साहन योजना से जुड़े हुए हैं। इससे इन योजनाओं में जु़ड़े कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि सरकार ने अगस्त 2016 में ऑर्गनाइज्ड सेक्टर में जॉब्स को बढ़ावा देने के लिए इन योजनाओं की शुरुआत की थी। इनके तहत ई.पी.एफ. अकाऊंट वाले नए कर्मचारियों को सरकार की ओर से शुरू के तीन साल के दौरान 8.33 फीसदी का कॉन्ट्रिब्यूशन मिलता है। कर्मचारियों के वेरिफिकेशन का काम ई.पी.एफ.ओ. देखता है। इसमें शामिल लोगों को अपना यू.ए.एन. नंबर आधार के साथ लिंक करना होता है।
EPFO ने दिया यह निर्देश
ई.पी.एफ.ओ. ने अपने फील्ड ऑफिसर्स से कहा है कि वो 30 जून तक इन क्लेम में मौजूद सारी गड़बड़ी को ठीक कर लें। करीब 105591 पी.एफ. मेंबर का डाटा आपस में मेल नहीं खाया है, जिसको ठीक करना है। ई.पी.एफ.ओ. ने कहा है कि अगर डाटा मेल हो जाए तो फिर मेंबर का पैसा रिलीज कर दिया जाए, नहीं तो उसको पैसा रिलीज न करें।
हर कर्मचारी को देनी होगी डिटेल
ई.पी.एफ.ओ. अपने फील्ड अफसरों को पहले ही यह निर्देश जारी कर चुका है कि वह इस बात को सुनिश्चित करें कि इम्प्लॉई पेंशन स्कीम 1995 से जुड़ने वाले हर कर्मचारी की आधार डिटेल हासिल हो जाए। यह नियम 1 जुलाई 2017 से लागू होगा। हालांकि, पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए यह नियम 1 अक्टूबर 2017 से लागू होगा। इसके अलावा, क्लेम सेटलमेंट करने की तय सीमा को 20 दिन से घटाकर 10 दिन कर दिया गया है।