Edited By ,Updated: 10 Apr, 2017 11:38 AM
अगर आपने बेस रेट पर बैंक से लोन ले रखा है तो उसे एम.सी.एल.आर. यानि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट पर ट्रांसफर करवाएं।
नई दिल्लीः अगर आपने बेस रेट पर बैंक से लोन ले रखा है तो उसे एम.सी.एल.आर. यानि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट पर ट्रांसफर करवाएं। आर.बी.आई. इस मुद्दे पर आपके साथ है। आर.बी.आई. के डिप्टी गवर्नर एस.एस. मुंद्रा ने बैंकों को चेतावनी दी है कि रेट कट का फायदा वो ग्राहक को ट्रांसफर करें, नहीं तो सख्त कदम उठाया जाएगा।
बैंकिंग ऑबदुस्मा स्कीम के तहत बैंकों को हर महीने एम.सी.एल.आर. और 3 महीने में बेस रेट रिवाइज करनी चाहिए लेकिन बेस रेट पर बैंक मनमानी रवैया अपनाते हैं। डिप्टी गवर्नर ने कहा कि इसके चलते एम.सी.एल.आर. और बेस रेट में 1 फीसदी तक का अंतर देखा गया है। किसी भी हालत में इतना अंतर जायज नहीं है। बैंकों को चाहिए कि या तो वो इस अंतर को घटाएं या फिर अपने ग्राहक को बेस रेट से एम.सी.एल.आर. में माइग्रेट करने का मौका दें।