Edited By ,Updated: 03 Mar, 2017 02:11 PM
देश के सेवा क्षेत्र में अक्तूबर के बाद पहली बार फरवरी में फिर रौनक देखने को मिली है। नवंबर में नोटबंदी के बाद 3 महीने तक बनी रही उलझनों के बाद पिछले माह सेवा क्षेत्र के कारोबार में सुधार आया है।
नई दिल्लीः देश के सेवा क्षेत्र में अक्तूबर के बाद पहली बार फरवरी में फिर रौनक देखने को मिली है। नवंबर में नोटबंदी के बाद 3 महीने तक बनी रही उलझनों के बाद पिछले माह सेवा क्षेत्र के कारोबार में सुधार आया है। कंपनी के परचेजिंग मैनेजरों के बीच किए जाने वाले एक मासिक सर्वेक्षण निक्की इंडिया सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) फरवरी में 50.3 रहा जो जनवरी में 48.7 था। पीएमआई का 50 से उपर रहना संबंधित क्षेत्र में वृद्धि और 50 से नीचे रहना संकुचन को दर्शाता है।
सेवा क्षेत्र के पीएमआई में जून 2015 में गिरावट आई थी और पिछले साल नवंबर में यह ३ साल के सबसे निचले स्तर पर चला गया था। अब सेवा पीएमआई 50.0 से उपर है जो वृद्धि को दर्शाता है। आईएचएस मार्कीट की अर्थशास्त्री और इस रिपोर्ट की लेखिका पॉलीयाना डी लीमा का कहना है कि सेवा गतिविधियों में बढ़ौतरी विनिर्माण पीएमआई के अनुरूप ही है जो फरवरी में लगातार दूसरे महीने बढ़ा है। हालांकि, सेवा क्षेत्र के लिए वार्षिक अनुमान नरम ही रहा है। इसके अलावा निक्की इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स फरवरी में 50.7 रहा है जो जनवरी में 49.4 था। यह सूचकांक विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्र की गतिविधियों को संयुक्त रूप में दर्शाता है। रिपोर्ट में पिछले साल अक्तूबर के बाद से पहली बार निजी क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि नजर आई है।