Edited By ,Updated: 12 Apr, 2017 01:41 PM
अपनी बुलेट मोटरसाईकिल के लिए मशहूर रॉयल एनफील्ड ने कहा कि हमारी कम्पनी को पछड़ाना किसी नई कंपनी के लिए आसान नहीं होगा।
नई दिल्ली: अपनी बुलेट मोटरसाईकिल के लिए मशहूर रॉयल एनफील्ड ने कहा कि हमारी कम्पनी को पछड़ाना किसी नई कंपनी के लिए आसान नहीं होगा। 300-350सीसी वाले मोटरसाईकिल के क्षेत्र दिसम्बर में उतरनेे वाले बजाज आटों ने फरवरी में बिक्री के लिहाज से रॉयल एनफील्ड को पीछे छोड़ने का दावा किया है। एनफील्ड का मालिकाना हक रखने वाले आयशर मोटर्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी सिद्धार्थ लाल ने कहा कि अगर भारत में 250सीसी या इससे ज्यादा क्षमता वाले मोटरसाईकिल बाजार में नजर डाले तो 20 वाहन में से कम से कम 19 हम बेचते है, जो कंपनी एेसा कर रही है उसे पीेछे छोड़ना किसी के लिए आसान नहीं।
आयशर का उच्च लाभ वाला कारोबार रॉयल एनफील्ड कंपनी के एकीकृत मुनाफे ( वित्त वर्ष 2016 में 1278 करोड़ रूपए ) 80 फीसदी से ज्यादा योगदान करता है हालांकि यह 15, 689 करोड़ रूपए की बिक्री में महज 40 फीसदी को योगदान करता है। वाणिज्यिक वाहन एक अन्य कारोबारी क्षेत्र है ।बताया जाता है कि जापानी दोपहिया कंपनी हौंड़ा भी इस क्षेत्र में मोटरसाईकिल उतरने पर काम कर रही है। एनफील्ड 250-350सीसी देसी मोटरसाईकिल बाजार मौजूद है और अनुमान है कि यह करीब 50,000 वाहन महीने का है। इस क्षेत्र में इसकी बिक्री सबसे ज्यादा है। 350-800 सीसी में इसका नियंत्रण 80 फीसदी है (वित्त वर्ष 2017 के पहले 11 महीनों के आंकड़ों के आधार पर)। यह काफी छोटा क्षेत्र है, जहां मासिक बिक्री 5,300 वाहन है।