Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Aug, 2017 03:02 PM
अगली बार आप रेल से सफर करें तो आपको हवाई अड्डों की तरह साफ-सुथरे खाने का लुत्फ उठाने का मौका मिल सकता है
नई दिल्लीः अगली बार आप रेल से सफर करें तो आपको हवाई अड्डों की तरह साफ-सुथरे खाने का लुत्फ उठाने का मौका मिल सकता है। यात्रियों को स्वच्छ भोजन मुहैया कराने की कवायद के तहत भारतीय रेल ट्रेनों में किचन बंद करने और खाना पूरी तरह बेस किचन में तैयार करने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आई.आर.सी.टी.सी.) की योजना दुनियाभर के हवाई अड्डों पर खानेपीने की आपूर्ति करने वाली कंपनियों को अपने साथ जोड़ने की है।
इनमें फ्रांस की जानीमानी कंपनी सोडेक्सो और ट्रैवल फूड सर्विसेज (टी.एफ.एस.) भी शामिल है। इसके अलावा आई.आर.सी.टी.सी. चलती ट्रेनों में यात्रियों को खाना मुहैया कराने के लिए होटल उद्योग के सेवा प्रदाताओं की भी सेवाएं ले सकता है। रेलवे मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'अभी हमें ट्रेनों में मिलने वाले खाने और किचन को लेकर कई तरह की शिकायतें मिल रही हैं। हम पूरे देश में खाना बनाने की व्यवस्था को पूरी तरह बेस किचन में स्थापित करना चाहते हैं। ट्रेनों में कैंटीन की तरह की पैंट्री रहेगी जिसमें केवल चाय या कॉफी मिलेगी।
इन कंपनियों को अपने साथ जोड़ना चाहता रेलवे
नई नीति के तहत रेल मंत्रालय खानपान से संबंंधित सभी कामकाज पूरी तरह आई.आर.सी.टी.सी. को सौंपना चाहता है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि हम ट्रेनों में खानपान की अवधारणा को बदलना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य सोडेक्सो और टी.एफ.एस. जैसी कंपनियों को अपने साथ जोडऩे की है।' टीएफएस ट्रैवल रिटेल श्रेणी में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल है।
वह मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, नागपुर और विशाखापत्तनम में सेवाएं दे रही है। सोडेक्सो के 80 अधिक देशों में करीब 34,000 आउटलेट हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कुछ ट्रेनों को छोड़कर राजधानी, शताब्दी और दुरंतो सहित करीब 350 ट्रेनों में पैंंट्री कार का प्रबंधन मंडल रेलवे द्वारा अनुबंधित ठेकेदारों के पास है।