Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 03:54 PM
जापान की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियां टोयोटा और सुजूकी ने भारत में इलेक्ट्रिक कार लाने के लिए मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। भारत 2020 तक दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा कार बाजार बन जाएगा। सुजूकी की भारत में इसकी सहायक इकाई मारुति के जरिए यात्री...
नई दिल्लीः जापान की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियां टोयोटा और सुजूकी ने भारत में इलेक्ट्रिक कार लाने के लिए मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। भारत 2020 तक दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा कार बाजार बन जाएगा। सुजूकी की भारत में इसकी सहायक इकाई मारुति के जरिए यात्री वाहन खंड (कार, वैन और यूटिलिटी व्हीकल्स) में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अब देश में प्रदूषण रहित परिवहन की ओर बढऩा चाहती है और इन कंपनियों ने इसी के मद्देनजर ई-कार पर पहल करने की बात कही है।
दिलचस्प बात है कि फरवरी में हुए वैश्विक समझौते के बाद भारत में इलेक्ट्रिक वाहन पहला ऐसा खंड है, जिसमें दोनों कंपनियों ने मिलकर काम करने का फैसला किया है। दोनों कंपनियों ने इस साल के शुरू में कारोबार में साझेदार बनने के लिए फरवरी में एक समझौता किया था। अब इन्होंने 2020 के करीब भारत में इलेक्ट्रिक वाहन लाने के लिए सहयोग करने का फैसला किया है।
इस पहल पर मारुति सुजूकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने बताया, 'भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती दरकार को देखते हुए दोनों कंपनियों ने इस क्षेत्र में साथ्थ मिलकर काम करने का फैसला किया है। दोनों कंपनियां साथ मिलकर तकनीक लाएंगी और सुजूकी भारत में मारुति के जरिये विनिर्माण इकाइयां स्थापित करेगी।' बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में मारुति सुजूकी का शेयर 2.15 प्रतिशत बढ़कर 8,340 रुपये पर बंद हुआ। सुजूकी भारतीय बाजार के लिए इलेक्ट्रिक वाहन बनाएगी और कुछ वाहनों की आपूर्ति टोयोटा को करेगी। टोयोटा इस कार्य में तकनीकी मदद करेगी।