Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 05:12 PM
अभी हालही में खबर आई थी कि ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म अमेजॉन ने ग्राहकों से उनके 12 नंबर के यूनीक आइडेंटिटी नंबर के यानि आधार कार्ड की डीटेल्स वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है। वहीं बेंगलुरु स्थित कार किराए पर देने वाली एक कपनी ज़ूमकार ने कार किराए पर लेने...
नई दिल्लीः अभी हालही में खबर आई थी कि ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म अमेजॉन ने ग्राहकों से उनके 12 नंबर के यूनीक आइडेंटिटी नंबर के यानि आधार कार्ड की डीटेल्स वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है। वहीं बेंगलुरु स्थित कार किराए पर देने वाली एक कपनी ज़ूमकार ने कार किराए पर लेने के लिए आधार को जरूरी कर दिया है। जबकि अमेजॉन और अन्य कंपनिया आधार नंबर को जरूरी कर रही है पर सवाल ये है कि इस तरह आम लोगों को आधार की जानकारी को साझा करना कहा तक सही है।
पहले ये जान लें की यूआईडीएआई ने लोगों को इस बारे सचेत किया था। यूआईडीएआई द्वारा पिछले साल अपने ट्विटर हैंडल पर उपयोगकर्ताओं को अपने आधार नंबर को किसी के साथ साझा करने के लिए चेतावनी दी थी। इसके इलावा यूआईडीएआई ने लोगों को सेल्फ एटेस्टिड आधार कार्ड बरतने की सलाह दी थी ताकि लोग की जानकारी सुरक्षित रहे। यूआईडीएआई का कहना है कि क्या अमेजॉन को लगता है कि एेसे आधार कार्ड का जानकारी साझा करना सही है। क्या ये सुरक्षित मानी जाएगी।
इस संबंध में जब अमेजॉन के प्रवक्ता से बात की गई तो उन्होने कहा कि अमेजॉन ग्राहक सहायता की दिशा में सबसे मजबूत प्रथाओं को देखने के लिए जारी है और यह प्रक्रिया केवल सीमित मामलों में ही की जाती है जहां गलत वितरण के लिए विस्तृत जांच की आवश्यकता होती है। ऐसे मामलों में, ग्राहकों को अपने आधार कार्ड की एक स्कैन की गई कॉपी अपने Amazon.in खाते पर अपलोड करने का अनुरोध किया गया है, जो कि भंडारण की जानकारी का एक सुरक्षित रूप है।
हालांकि, विशेषज्ञों ने आधार जानकारी साझा करने के गोपनीयता जोखिमों को उजागर किया है। आधार डेटा के प्रकाशन के निहितार्थ के रूप में इस आधार पर आधार का उपयोग गोपनीयता के खतरे के कारण हो सकता है, साथ ही आधार और अन्य ग्राहक जानकारी सहित डेटा का इस्तेमाल व्यक्तिगत प्रोफाइलिंग के लिए हो सकता है।