Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 02:03 PM
आधार हर जगह जरूरी हो गया है इसके बिना आज हम कोई भी काम नहीं कर सकते पर आधार को लेकर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई) ने एक अहम खुलासा करते बताया है कि 210 सरकारी वेबसाइटों आधार से जुड़ी जानकारियां की लीक की है। केंद्र और राज्य सरकार...
नई दिल्लीः आधार हर जगह जरूरी हो गया है इसके बिना आज हम कोई भी काम नहीं कर सकते पर आधार को लेकर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई) ने एक अहम खुलासा करते बताया है कि 210 सरकारी वेबसाइटों आधार से जुड़ी जानकारियां की लीक की है। केंद्र और राज्य सरकार की 210 सरकारी वेबसाइटों ने कुछ आधार लाभार्थियों के नाम और पते जैसी जानकारियां सार्वजनिक कर दीं। आधार जारी करने वाली संस्था ने एक आर.टी.आई. के जवाब में कहा कि उसने इस उल्लंघन पर संज्ञान लिया है और इन वेबसाइटों से जानकारियां हटवा दी हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि यह उल्लंघन कब हुआ। उसने कहा कि यू.आई.डी.ए.आई. की ओर से आधार के ब्यौरे को कभी सार्वजनिक नहीं किया गया।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार विभिन्न सामाजिक सेवा योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार को अनिवार्य बनाने की प्रक्रिया में है। आर.टी.आई. के जवाब में कहा गया है, ‘‘यू.आई.डी.ए.आई. का बहुत व्यवस्थित तंत्र है और वह उच्च स्तरीय डेटा सुरक्षा बनाए रखने के लिए लगातार अपने तंत्र को उन्नत बना रहा है।’’ इसमें कहा गया है कि आधार पारिस्थितिकी तंत्र को इस तरह से बनाया गया कि इसकी डेटा सुरक्षा और निजता सुनिश्चित की जा सके जो इस तंत्र का अहम हिस्सा है।
यू.आई.डी.ए.आई. ने कहा कि विभिन्न नीतियों और प्रक्रियाओं की समीक्षा की गई है, इन्हें समय समय पर अद्यतन किया गया है और यूआईडीएआई परिसरों के भीतर और बाहर, खास तौर पर डेटा केंद्रों में डेटा की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उसने कहा कि डेटा की सुरक्षा और निजता मजबूत करने के लिए नियमित आधार पर सुरक्षा जांच की जाती है। इसके अलावा डेटा को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव कदम उठाए गए हैं।