Edited By ,Updated: 28 Aug, 2016 07:21 PM
पूर्व दिग्गज हाकी खिलाडिय़ों ने एक बार फिर दिवंगत महान खिलाड़ी धयानचंद को भारत रत्न देने की लंबे समय से चली आ रही मांग दोहराई ...
नई दिल्ली: पूर्व दिग्गज हाकी खिलाडिय़ों ने एक बार फिर दिवंगत महान खिलाड़ी धयानचंद को भारत रत्न देने की लंबे समय से चली आ रही मांग दोहराई और कुछ ने कहा कि इस ‘हाकी के जादूगर’ को दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से पहले यह सम्मान दिया जाना चाहिए था।
अजित पाल सिंह, जफर इकबाल, दिलीप टिर्की और ध्यानचंद के बेटे अशोक कुमार यहां जंतर मंतर पर इस उम्मीद के साथ जुटे कि सरकार उनकी मांग पूरी करेगी और उस महान खिलाड़ी को भारत रत्न देगी जिसकी अगुआई में भारत ने 1928, 1932 और 1936 में आेलंपिक स्वर्ण पदक जीते। इकबाल ने कहा,‘‘हम सब यहां इसलिए जुटे हैं कि दद्दा ध्यानचदं को सम्मान मिले। लेकिन हम सिर्फ उम्मीद कर सकते हैं कि उन्हें यह मिले। राजनीतिक इच्छा मायने रखती है। जब सचिन तेंदुलकर को यह सम्मान 2014 में मिला तब भी एेसा ही था। उन्हें पुरस्कार मिले या ना मिले इससे उनके दर्जे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन उन्हें यह मिलना चाहिए क्योंकि वह इसके सबसे अधिक हकदार हैं।’’ विश्व कप 1975 में भारत की खिताबी जीत के दौरान टीम की कप्तानी करने वाले अजित पाल ने कहा कि ध्यानचंद यह समान पाने वाले पहले खिलाड़ी होने चाहिए थे।