Edited By ,Updated: 18 Mar, 2017 12:23 PM
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बीजिंग/इस्लामाबाद: भारत द्वारा अग्नी V मिसाइल को लॉन्च करने पर बुरी तरह भड़का चीन अब खुद मिसाइल बनाने में पाकिस्तान की मदद कर रहा है। इस बात की पुष्टि चीन की मीडिया द्वारा ही की गई है। खबरों के मुताबिक, दोनों देश मिलकर FC-1 Xiaolong बनाएंगे, यह हल्के वजन का एक मल्टी-रोल लड़ाकू एयरक्राफ्ट है। इसके अलावा दोनों देशों ने आतंकी ताकतों को रोकने के लिए एक दूसरे की मदद का भरोसा भी दिया है।
एयरक्राफ्ट के साथ-साथ पाकिस्तान और चीन मिलकर ब्लैस्टिक, क्रूज, एंटी एयरक्राफ्ट और एंटी शिप मिसाइल भी बनाएंगे। बता दें कि भारत द्वारा अग्नी V मिसाइल के परीक्षण पर चीन ने कहा था कि भारत ने परमाणु हथियारों और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की अपनी होड़ में संयुक्त राष्ट्र की सीमाओं का उल्लंघन किया है। दोनों ही देशों में यह डील गुरुवार (16 मार्च) को हुई एक मीटिंग में हुई। मीटिंग में पाकिस्तान आर्मी के चीफ कमर बाजवा और चीन के एक बड़े अधिकारी की मुलाकात हुई थी। चीन की इस मदद के बदले पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान इक्नॉमिक कोरिडॉर (CPEC+) की रक्षा करने का आश्वासन दिया है।
मीटिंग के बाद बाजवा ने कहा था, ‘पाकिस्तान और चीन दोनों एक दूसरे के अच्छे दोस्त हैं और दोनों के रास्ते भी एक ही हैं।’ बाजवा द्वारा यह भी कहा गया कि पाकिस्तान चीन के साथ अपने रिश्ते और ज्यादा मजबूत करने की हर कोशिश कर रहा है।चीन की मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तान को अपने ही घर में तालिबान और अल-कायदा जैसे संगठनों से खतरा बना रहता है। ऐसे में उन इलाकों की रक्षा प्रमुख तौर पर होनी है जहां पर चीन अपना पैसा लगा रहा है। पाकिस्तान ने CPEC+ की सुरक्षा के लिए अपने 15,000 जवान तैनात किए हुए हैं। इसके अलावा पास के ग्वादर पोर्ट को भी नेवी द्वारा सपोर्ट किया गया है।