Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 09:35 PM
जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के अमेरिका के फैसले पर चिंता जताते हुए रविवाप को कहा कि पूर्वी यरुशलम को भविष्य के फिलीस्तीन देश की राजधानी बनाया जाना चाहिए। शाह अब्दुल्ला ने यहां अमेरिकी उपराष्ट्रपति...
अम्मान: जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के अमेरिका के फैसले पर चिंता जताते हुए रविवाप को कहा कि पूर्वी यरुशलम को भविष्य के फिलीस्तीन देश की राजधानी बनाया जाना चाहिए।
शाह अब्दुल्ला ने यहां अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बातचीत के दौरान कहा कि इजरायल-फिलीस्तीन विवाद का इकलौता समाधान दो अलग-अलग देशों का निर्माण है। उन्होंने कहा, "यरुशलम पर अमेरिका का फैसला फिलीस्तीन-इजरायल विवाद का व्यापक समाधान नहीं है।" इस फैसले से कट्टरपंथ को बढ़ावा मिलेगा और मुसलमानों एवं ईसाइयों के बीच तनाव बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि यरुशलम मुसलमान और ईसाई धर्म के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। यह यहूदियों के लिए भी काफी अहम है और पूरे क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। पेंस ने कहा कि अमेरिका यरुशलम में पवित्र स्थानों की यथास्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा,"हमने सीमाओं और अंतिम स्थिति के बारे में कोई फैसला नहीं किया है, ये चर्चा का विषय हैं।" जॉर्डन 1967 के अरब-इजरायल युद्ध में पूर्वी यरुशलम और वेस्ट बैंक को इजरायल के हाथों हार गया था।