Edited By ,Updated: 27 Feb, 2017 03:00 PM
जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख एमिर सिराजुल हक के अनुसार, इस्लामाबाद और काबुल को परस्पर सौहार्द्र कायम करना होगा क्योंकि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंध से केवल भारत को ही फायदा होगा...
इस्लामाबादः जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख एमिर सिराजुल हक के अनुसार, इस्लामाबाद और काबुल को परस्पर सौहार्द्र कायम करना होगा क्योंकि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंध से केवल भारत को ही फायदा होगा। हक ने कहा, 'पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जब भी कोई विवाद होता है तो उसका 100 फीसदी फायदा भारत को मिलता है।'
हक ने हैदराबाद प्रेस क्लब में कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के पास शांति के अलावा दूसरा कोई और रास्ता नहीं है। संघ प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों के भविष्य के बारे में उन्होंने बताया कि जमात ए इस्लामी पार्टी चाहती है कि सरताज अजीज के नेतृत्व वाली कमिटी के सुझावों को सरकार लागू करे, जिसका प्रस्ताव- खैबर पख्तून्वा के साथ आदिवासी क्षेत्र मिलाना है।
सीनेटर ने पाक सरकार को बलूच नागरिकों तक पहुंचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के उपयोग से कभी मुश्किलों का समाधान नहीं होगा ऐसा हमारी पार्टी का मानना है और समझौते को हमेशा प्राथमिकता दी जानी चाहिए।