Edited By ,Updated: 29 Mar, 2017 02:05 PM
अमरीका के पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन के न्याय विभाग में मानवाधिकार डिविजन की अध्यक्षता कर चुकी भारतीय मूल की अमरीकी वनिता गुप्ता को ‘द लीडरशिप कांफ्रेंस...
वॉशिंगटन: अमरीका के पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन के न्याय विभाग में मानवाधिकार डिविजन की अध्यक्षता कर चुकी भारतीय मूल की अमरीकी वनिता गुप्ता को ‘द लीडरशिप कांफ्रेंस ऑन सिविल एंड ह्यूमन राइट्स’ की अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है और इसके साथ ही वह इस प्रतिष्ठित संगठन की अध्यक्षता करने वाली पहली महिला बन गई हैं।
मानवाधिकारों की रक्षा के लिए निडर होकर लड़ने के लिए जानी जाने वाली 41 वर्षीय वनिता वेड हेंडरसन की जगह यह कार्यभार संभालेंगी। हेंडरसन ने दो दशक से अधिक समय तक इस संगठन के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई। वनिता इसके सहायक संगठन ‘द लीडरशिप कांफ्रेंस एजुकेशन फंड’ का भी नेतृत्व करेंगी। वह अपनी यह नई जिम्मेदारी एक जून से संभालेंगी।
वनिता ने कहा,‘‘जब हमारे देश के आदर्शों एवं विकास को इस प्रकार मौलिक तरीकों से खतरे में डाला जा रहा है तो ऐसे में ‘द लीडरशिप कांफ्रेंस’ उन नागरिक एवं मानवाधिकार संगठनों का एक अहम मुख्य केंद्र है जो देशभर में न्याय, निष्पक्षता और समानता के लिए लड़ रहे हैं।’’उन्होंने एक बयान में कहा,‘‘नागरिक एवं मानवाधिकार रक्षा का काम कभी आसान नहीं रहा और यह अभूतपूर्व समय एकजुटता के साथ दृष्टिकोण और रणनीति की स्पष्टता की मांग करता है और ‘लीडरशिप कांफ्रेंस’ गठबंधन यह काम करेगा।’’ 21 साल तक इस संगठन का नेतृत्व करने वाले हेंडरसन ने कहा कि नेताओं की यह जिम्मेदारी होती है कि वे भावी पीढ़ी में नेतृत्व की क्षमता विकसित करें, उन्हें प्रोत्साहित करें और उनके लिए मार्ग प्रशस्त करें।
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब अमरीका के किसी बड़े पद पर किसी भारतीय अमरीकी को कोई जगह मिली हो। इससे पहले भारतीय अमरीकी सीमा वर्मा ने देश की प्रमुख स्वास्थ्य सेवा एजेंसी के शीर्ष पद की शपथ ली थी। उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने व्हाइट हाऊस में कल शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कहा ‘‘ राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वास्थ्य सेवा की प्रमुख एजेंसी का नेतृत्व करने के लिए अमरीका के अग्रणी विशेषज्ञों में से एक का चयन किया है।’’
सीमा वर्मा 13 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाली एक खरब डॉलर की मेडिकेयर एंड मेडिकएड सेवाओं का नेतृत्व करेंगी। वहीं कुछ समय पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के अमरीकी कानूनविद् अमूल थापर को शक्तिशाली अमरीकी अपीली अदालत में एक प्रमुख न्यायिक पद पर नामित किया था।