Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jul, 2017 02:48 PM
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने एक बार फिर पद छोडऩे की उस समय पेशकश की जब वह हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले थे।
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने एक बार फिर पद छोडने की उस समय पेशकश की जब वह हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले थे। प्रधानमंत्री इस संबंध में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनावों के बाद ही फैसला ले सकते हैं। वोहरा पिछले 9 वर्षों से राज्यपाल के पद पर हैं और अब सेवानिवृत्त होना चाहते हैं। वोहरा इंडिया इंटरनैशनल सैंटर बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के चेयरमैन हैं और अब वह दिल्ली में बसना चाहते हैं।
नौकरशाह वोहरा ने 25 जून, 2008 को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल का पद संभाला था। यद्यपि मौजूदा सरकार के विश्वासपात्र नौकरशाह केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षी का नाम इस पद के लिए सबसे आगे है लेकिन मोदी कुछ अलग ही कर सकते हैं। परीक्षण के तौर पर वह लै. जनरल सैयद अत्ता हसनैन को वहां भेज सकते हैं। वह शिया समुदाय से संबंधित हैं। लै. जनरल हसनैन का नाम इसलिए उभरा क्योंकि घाटी के हालात दिन-ब-दिन नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं। जिनको देखते हुए हाल ही में मोदी ने खुफिया ब्यूरो के पूर्व निदेशक को आतंकवाद पर अंतरराष्ट्रीय दूत भी नियुक्त किया है।