Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 03:28 PM
उच्चतम न्यायालय ने चार राज्यों में फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन की मंजूरी देने से राजस्थान में एक बार फिर टकराव के हालात बन गए हैं। पिछले कई दिनों से इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग कर रहे राजपूत समाज के विरोध तथा आक्रोश को देखते हुए राज्य...
जयपुर: उच्चतम न्यायालय ने चार राज्यों में फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन की मंजूरी देने से राजस्थान में एक बार फिर टकराव के हालात बन गए हैं। पिछले कई दिनों से इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग कर रहे राजपूत समाज के विरोध तथा आक्रोश को देखते हुए राज्य सरकार ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगायी है लेकिन आज उच्चतम न्यायाजय के आदेश के बाद सरकार मुश्किल में पड़ गई है तथा उसे नई परिस्थितियों के कारण उत्पन्न कानून व्यवस्था की समस्या से निपटना है।
गृहमंत्री गुलाब चंद लाब चंद कटारिया ने कहा कि कानून की पालना की जाएगी तथा अदालत के आदेश से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए विधि विभाग से राय लेकर कोई रास्ता निकाला जाएगा। इधर राजपूत संगठनों का कहना है कि वे अपने फैसले पर अडिग हैं तथा कानून व्यवस्था संभालने का जिम्मा सरकार का है। प्रदेश में फिल्म प्रदर्शन के बारे में डिस्ट्रीब्यूटर्स भी असमंजस की स्थिति में हैं। इनका कहना है कि फिल्म को बड़े पर्दे पर पूर्ण सुरक्षा के आश्वासन के बाद ही उतारा जाएगा।