Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 05:12 PM
जमशेदपुर के सरबिल गांव से इंसानियत और मानयता को शर्मसार करने की घटना सामने आई है। एक निर्दयी पिता ने शराब के नशे में अपने तीन साल के बेटे को पटक-पटककर मार डाला और पत्नी के साथ मिलकर लाश को दफना दिया। जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो उसने गड्ढा...
नेशनल डेस्क: जमशेदपुर के सरबिल गांव से इंसानियत और मानयता को शर्मसार करने की घटना सामने आई है। एक निर्दयी पिता ने शराब के नशे में अपने तीन साल के बेटे को पटक-पटककर मार डाला और पत्नी के साथ मिलकर लाश को दफना दिया। जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो उसने गड्ढा खुदवाकर लाश को बाहर निकलवाया।
जानकारी के अनुसार शनिवार रात आरोपी अनामो दास नशे के धुत्त में घर पहुंचा और अपनी पत्नी को सब्जी बनाने के लिए कहा। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और मारपीट होने लगी। गुस्साए पति से बचने के लिए नानिका बच्चे को लेकरपड़ोसी के घर जाकर छिप गई लेकिन अनामो दोनों को वापस घर ले आया। नशे में धुत्त ओनामो ने नानिका की गोद से तीन वर्षीय बेटे को छीनकर उसे जमीन पर पटकने लगा। वह इतना गुस्से में था कि बेटे के शरीर से जान निकलने तक लगातार पटकता रहा।
घटना की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी बृजलाल राम और बतौर मजिस्ट्रेट प्रखंड विकास पदाधिकारी समरेश प्रसाद भंडारी की मौजूदगी में बच्चे के शव को बाहर निकाला गया। पुलिस आरोपी को हिरासत मे लेकर उससे पूछताछ कर रही है। बता दें कि नानिका की शादी पहले मालुका के बालजोई गांव में हुई थी वहां उसे राजू नाम का बेटा हुआ। इसके बाद वह पहले पति को छोड़कर बड़ाजामदा में रहने लगी। इस बीच अनामो दास के साथ उसका प्रेम-प्रसंग चला और साथ रहने की सहमति के बाद दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद अनामो ने नानिका के पूर्व पति से हुए बच्चे राजू को भी अपना लिया और मां-बेटे को घर ले आया।