Edited By ,Updated: 01 May, 2016 06:51 PM
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमान सेवा लेना सस्ता हो गया है। इसका कारण कई साल से यात्रियों से लिये जा रहे विकास शुल्क की वसूली को बंद किया जाना है।
नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमान सेवा लेना सस्ता हो गया है। इसका कारण कई साल से यात्रियों से लिये जा रहे विकास शुल्क की वसूली को बंद किया जाना है। आईजीआई हवाई अड्डा चलाने वाली संयुक्त उद्यम कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को घरेलू मार्गों पर विकास शुल्क के रूप में 100 रुपए प्रति उड़ान तथा अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिये यात्रियों से 600 रुपए लेने की अनुमति थी।
हवाई अड्डा शुल्क नियामक हवाई अड्डा आर्थिक नियामकीय प्राधिकरण ने फरवरी में आदेश जारी कर डीआईएएल को एक मई से विकास शुल्क नहीं वसूलने का निर्देश दिया। प्राधिकरण ने कंपनी को दिसंबर 2012 को अपने आदेश के जरिये शुल्क वसूलने की अनुमति दी थी। विकास शुल्क के रूप में औसत मासिक संग्रह 30 करोड़ रुपए होने का हवाला देते हुए एईआरए ने फरवरी के अपने आदेश में कहा कि कुल मंजूरीशुदा विकास शुल्क राशि 3,415.35 करोड़ रुपए है और इसकी वसूली 30 अप्रैल 2016 तक हो जाने की संभावना है।