Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 02:19 PM
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगातार मुसीबतों का कहर टूट रहा है। तेजस्वी की विधानसभा सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है।
पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगातार मुसीबतों का कहर टूट रहा है। तेजस्वी की विधानसभा सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है। आयकर विभाग ने पूर्व उपमुख्यमंत्री पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए उन पर शिकंजा कसा है।
जानकारी के अनुसार उपमुख्यमंत्री रहते हुए तेजस्वी यादव एक निजी कंपनी में लाभ के पद पर तैनात थे जो कि गैरकानूनी और संसदीय परंपरा के खिलाफ माना जाता है। इस कारण उनकी विधानसभा सदस्यता छिन सकती है। विभाग द्वारा इस बात का जिक्र अपनी रिपोर्ट में किया गया है।
विभाग ने तेजस्वी पर पूछताछ के दौरान गलत जानकारी देने का भी आरोप लगाया है। विभाग ने दावा किया है कि एबी एक्सपोर्ट के 98 प्रतिशत शेयर के मालिक तेजस्वी हैं। तेजस्वी यादव 10 जनवरी 2011 से ही कंपनी के निदेशक पद पर लगातार बने हुए थे। उपमुख्यमंत्री बनने पर निदेशक पद से इस्तीफा देने के बाद भी वह कंपनी निदेशक के तौर पर अपने हस्ताक्षर से चेक जारी करते रहे।