Edited By ,Updated: 30 Dec, 2016 11:19 AM
देश के पहले ट्रांसजेंडर कॉलेज प्राचार्य मानबी बंदोपाध्याय ने करीब डेढ़ साल तक पद पर बने रहने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने अपने संस्थान के शिक्षकों और छात्रों के एक धड़े के असहयोग पर निराशा जाहिर की है।
कृष्णनगर: देश के पहले ट्रांसजेंडर कॉलेज प्राचार्य मानबी बंदोपाध्याय ने करीब डेढ़ साल तक पद पर बने रहने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने अपने संस्थान के शिक्षकों और छात्रों के एक धड़े के असहयोग पर निराशा जाहिर की है। नादिया जिला मजिस्ट्रेड सुमित गुप्ता ने आज कहा कि उन्हें जिले के कृष्णनगर महिला कॉलेज के प्राचार्य का इस्तीफा 27 दिसंबर को मिला और इसे राज्य उच्च शिक्षा विभाग को कल भेज दिया गया।
मानबी ने आरोप लगाया कि वह पदभार संभालने के शीघ्र बाद से ही शिक्षकों के एक धड़े से असहयोग का सामना कर रही थी। वहीं, दूसरी आेर शिक्षकों ने भी प्रचार्य के खिलाफ यही आरोप लगाया जिससे गतिरोध पैदा हुआ। मानबी (51) ने बताया कि उनके सारे सहकर्मी उनके खिलाफ थे। कुछ छात्र भी उनके खिलाफ थे। वह बहुत ही मानसिक दबाव में थी और इस्तीफा देने को मजबूर हुई। मनाबी का पहले का नाम सोमनाथ था। उन्होंने 2003-04 में कई ऑपरेशन कराए और महिला बन गई। उन्हांेने 1995 में देश की पहली ट्रांसजेंडर पत्रिका ‘आेब मानब’ सब...ह्यूमन’ का प्रकाशन किया था।