Edited By ,Updated: 26 Nov, 2016 03:42 PM
मध्यप्रदेश के अर्चना शर्मा सुसाइड मामले में पुलिस ने घटना के 22 दिन बाद आरोपी आकाश बैस को नीमच बस स्टैंड से पकड़ लिया।
इंदौरः मध्यप्रदेश के अर्चना शर्मा सुसाइड मामले में पुलिस ने घटना के 22 दिन बाद आरोपी आकाश बैस को नीमच बस स्टैंड से पकड़ लिया। इंदिरा नगर की रहने वाली अर्चना ने 4 नवंबर को घर में फांसी लगा ली थी। 40 पेज के सुसाइड नोट में अर्चना ने अपनी मौत के लिए आकाश बैस को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना दर्द बयां किया।
मेरी पत्नी के साथ गलत हुअा
अर्चना के पति मनोज शर्मा ने कहा, मैं रोज मरता हूं और रोज जीता हूं। बच्चे बिना मां के हो गए। उन्हें लेकर बहुत परेशान हूं। आकाश ने मेरी पत्नी के साथ बहुत गलत किया। मेरी पत्नी को इंसाफ नहीं मिला। इसलिए आज वो हमसे दूर हो गई। पुलिस अगर उसे कड़ी सजा नहीं दिला सकती है तो उसे मेरे हवाले कर दे। जबकि अर्चना के बड़े बेटे दक्ष का कहना है कि आकाश मेरी मां को दिनभर परेशान करता था। आकाश के कारण ही मां हम लोगों को छोड़कर दुनिया से चली गई। उसने मेरे छोटे भाई को भी मारा था। उसे फांसी होनी चाहिए।
..तो बेटी काे बचा लेता
अर्चना के पिता शरदकुमार दुबे के मुताबिक, मेरी बेटी बिना गलती की शिकार हुई है। उसकी गलती होती तो मैं इसको हजम कर लेता। अर्चना बहुत मेहनती थी। वह रात-रात तक कपड़े सिलती रहती थी। आकाश ने गलत किया। मेरी बच्ची मुझे मामला बता देती तो मैं उसे बचा लेता। वहीं, सास गायत्री बाई का कहना है कि बच्चों के चेहरे देखने की हिम्मत नहीं होती। आकाश ने मेरा घर उजाड़ दिया। पहले न्याय मिल जाता तो आज मेरी बहू मेरे साथ हाेती। उसने हारकर फांसी लगा ली। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर अाकाश के खिलाफ केस दर्ज किया है।