Edited By ,Updated: 22 Feb, 2017 03:03 PM
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित कराने के लिए ‘ठोस सबूत’ मांगने पर चीन पर निशाना साधते हुए भारत ने कहा।
बीजिंग : जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित कराने के लिए ‘ठोस सबूत’ मांगने पर चीन पर निशाना साधते हुए भारत ने कहा कि अजहर की करतूतें ‘अच्छी तरह दस्तावेजित हैं’ और इसे साबित करने की जिम्मेदारी उसकी नहीं है। चीन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद विदेश सचिव एस जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत की चिंताओं और प्राथमिकताओं से अवगत कराने में यह बातचीत उपयोगी रही। जयशंकर ने अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए अमेरिका के आवेदन का उल्लेख करते हुए कहा कि मसूद अजहर पर 1267 समिति के प्रतिबंधों के मुद्दे पर हमने उस आवेदन के औचित्य के बारे में बताया और इसका उल्लेख किया कि इसे सिर्फ भारत ने नहीं, बल्कि दूसरे देशों ने आगे बढ़ाया है।
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से अजहर के मामले पर ‘ठोस सबूत’ मांगने पर जयशंकर ने कहा कि जिस प्रस्ताव को लेकर सवाल किया गया है उसे हमारी ओर से नहीं बढ़ाया गया है। यह भारत की जिम्मेदारी नहीं है कि वह इसे साबित करे। इसके प्रायोजक भी पूरी तरह सहमत दिखाई पड़ते हैं, अन्यथा उन्होंने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने की पहल नहीं की होती। इस मामले पर सहमति नहीं होने के चीन के दावे पर विदेश सचिव ने कहा कि इसको लेकर सहमति नहीं बन पाई क्योंकि चीन इसमें शामिल नहीं हुआ। जयशंकर ने बताया कि एनएसजी के मुद्दे पर चीनी पक्ष ने कहा कि वे सदस्यता के लिए भारत के आवेदन पर बातचीत को तैयार हैं।