Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 03:36 PM
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी नई सरकार शुक्रवार को राज्य विधानसभा में विश्वासमत हासिल करेगी।
पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी नई सरकार शुक्रवार को राज्य विधानसभा में विश्वासमत हासिल करेगी। मंत्रिमंडल समन्वय विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने संवाददाताओं से कहा कि बिहार विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र कल बुलाया गया है जिसमें नई सरकार विश्वास मत हासिल करेगी।
नीतीश-सुशील ने बनाए दो एजेंडे
मेहरोत्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी के बेहद संक्षिप्त राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सत्र के लिए दो एजेंडा तय किए गए हैं।
-पहला एजेंडा पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार के 28 जुलाई से 3 अगस्त तक दोनों सदनों का पांच दिवसीय मानसून सत्र बुलाने के फैसले को रद्द करना है।
-दूसरा एजेंडा विश्वास मत हासिल करने के लिए कल विधानसभा का एक दिवसीय सत्र बुलाना है।
राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने शपथ लेने के दो दिनों के भीतर मुख्यमंत्री से विश्वास मत हासिल करने के लिए कहा है। नीतीश कुमार सरकार के पास 132 विधायकों का समर्थन हैं जिसमें से 71 विधायक जदयू के, 53 भाजपा के, दो रालोसपा के, दो एलजीपी के, 1 एचएएम का और 3 निर्दलीय विधायक हैं। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है।
हंगामेदार रह सकता है सत्र
शुक्रवार का सत्र हंगामेदार रहने की आशंका है क्योंकि राजद आक्रामक रुख अपना सकती है। राजद ने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उसे सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया। राजद ने कांग्रेस के 27, माकपा-एमएल के दो विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। राजद नेताओं ने यह भी दावा किया कि भाजपा के खिलाफ 2015 बिहार विधानसभा चुनाव जीतने वाले कई जदयू विधायक कल होने वाले विश्वास मत के दौरान उनके पाले में आ सकते हैं।