Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 03:49 AM
वर्षों के लंबे इंतजार के बाद नौसेना को स्कोर्पियन सीरीज की पहली पनडुब्बी कलवरी हासिल हो गई ....
नई दिल्ली: वर्षों के लंबे इंतजार के बाद नौसेना को स्कोर्पियन सीरीज की पहली पनडुब्बी कलवरी हासिल हो गई है। नेवी अगले महीने एक बड़े समारोह में इसे अपने बेड़े में शामिल करने की तैयारी कर रही है।
हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच नौसेना की मौजूदा पनडुब्बियां पुरानी पड़ रही हैं। इन हालात में आधुनिक फीचर्स से लैस यह पनडुब्बी मिलना अहम है। मेक इन इंडिया के तहत बनी यह पनडुब्बी दुश्मन की नजरों से बचकर सटीक निशाना लगा सकती है। यह टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से हमले कर सकती है।
नौसेना के बेड़े में फिलहाल शुमार जर्मन क्लास की 4 छोटी जबकि सिंधुघोष क्लास की 9 बड़ी पारंपरिक पनडुब्बियां हैं। इनमें ज्यादातर 25 साल की औसत उम्र को पार कर चुकी हैं। अब स्कोर्पियन सीरीज की कुल 6 पनडुब्बियां देश में बनाने का प्लान है। कलवरी का नाम टाइगर शार्क पर रखा गया है। कलवरी के बाद दूसरी पनडुब्बी खंदेरी की समुद्र में मूवमैंट जून में शुरू हो गई थी।